
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को गुटबाजी और भीतरघात को छोड़कर एकजुट होने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनों से ही हार का सामना करना पड़ रहा है, जबकि बीजेपी और अन्य दलों में ऐसा देखने को नहीं मिलता।
टिकट के दावेदार ही हार की वजह: Tejashwi Yadav
तेजस्वी ने कहा कि जब किसी एक उम्मीदवार को पार्टी टिकट मिलता है, तो बाकी दावेदार उसे हराने में लग जाते हैं। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव और उपचुनावों का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी की हार की बड़ी वजह गुटबाजी और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है।
“आप लोग यह मत देखिए कि टिकट किसे मिला है, बल्कि पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान दें। अगर पार्टी जीतेगी, तो सभी का सम्मान बना रहेगा।” – तेजस्वी यादव
Tejashwi Yadav News: उपचुनावों में लगातार हार से बढ़ी चिंता
तेजस्वी ने पिछले कुछ सालों में हुए उपचुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि राजद और महागठबंधन को टिकट की राजनीति और अंदरूनी कलह के कारण लगातार हार झेलनी पड़ी है।
2021:
- कुशेश्वरस्थान और तारापुर उपचुनाव – महागठबंधन को हार मिली
2022:
- कुढ़नी उपचुनाव – भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता ने राजद को हराया
- गोपालगंज उपचुनाव – राजद की हार
- मोकामा उपचुनाव – राजद उम्मीदवार की जीत, लेकिन अनंत सिंह की पत्नी बाद में एनडीए में चली गईं
- बोचहां उपचुनाव – राजद उम्मीदवार अमर पासवान की जीत
2024:
- लोकसभा चुनाव के साथ अगिआंव विधानसभा उपचुनाव – भाकपा (माले) को हार मिली
- तरारी, रामगढ़, इमामगंज, बेलागंज सीटों पर उपचुनाव – तीन सीटें महागठबंधन के हाथ से निकल गईं
गुटबाजी को खत्म करने की अपील
तेजस्वी ने 243 विधानसभा सीटों की समीक्षा के बाद कार्यकर्ताओं से साफ कहा कि अगर गुटबाजी जारी रही, तो चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने पार्टी नेताओं से भीतरघात छोड़कर, एकजुट होकर चुनाव लड़ने का आग्रह किया है।
अब देखना होगा कि क्या तेजस्वी की चेतावनी से राजद में गुटबाजी खत्म होगी या पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में भी झटके लगते रहेंगे।



