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बिहार: Rahul Gandhi पर दरभंगा में दो सरकारी मुकदमे दर्ज, बिना अनुमति आंबेडकर हॉस्टल जाने का आरोप

 

दरभंगा: कांग्रेस नेता Rahul Gandhi की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। दरभंगा जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ दो अलग-अलग सरकारी मुकदमे दर्ज किए हैं।

आरोप है कि उन्होंने प्रशासन की अनुमति के बिना आंबेडकर छात्रावास जाकर वहां छात्रों को संबोधित किया।

कांग्रेस पार्टी ने पहले से शिक्षा संवाद कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने टाउन हॉल में सभा की इजाजत दी थी, न कि छात्रावास में। इसके बावजूद राहुल गांधी सीधे आंबेडकर हॉस्टल पहुंचे और वहां मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।

Rahul Gandhi: कौन-कौन हैं आरोपी?

इन मुकदमों में राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन मोहन झा, जिलाध्यक्ष दयानंद पासवान, नगर निगम की उपमहापौर नाजिया हसन, और अन्य कई नेताओं को नामजद किया गया है। कुल मिलाकर 20 नामजद और 100 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है।

Rahul Gandhi: दो मुकदमे, दो आवेदनकर्ता

  • पहला मुकदमा जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक कुमार के आवेदन पर दर्ज किया गया है।
  • दूसरा मुकदमा बहेड़ी प्रखंड कल्याण पदाधिकारी खुर्शीद आलम के आवेदन पर, आंबेडकर हॉस्टल में भीड़ जुटाने और सभा करने को लेकर दर्ज किया गया।

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Rahul Gandhi पैदल पहुंचे हॉस्टल

सूत्रों के अनुसार, जब प्रशासन ने राहुल गांधी की गाड़ी को रोकने की कोशिश की, तो वे पैदल ही करीब 2 किलोमीटर चलकर हॉस्टल पहुंचे। वहां उन्होंने छात्रों से बातचीत की और मौजूदा शैक्षणिक व्यवस्था पर सवाल उठाए।

Rahul Gandhi की प्रतिक्रिया: “मुझे नहीं रोका गया, तो मैं चला गया”

पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा:

“मुझे रोका जाना था, पर जब रोका नहीं गया तो मैं चला गया। हॉस्टल की स्थिति बहुत खराब थी, इसलिए वहां जाना जरूरी था।”

उन्होंने यह भी कहा कि,

“मेरे ऊपर पहले से 30-32 केस हैं, दो और सही।”

‘फुले’ फिल्म देखी, कहा: हमारा काम हो गया

दरभंगा से लौटकर पटना में राहुल गांधी ने फुले फिल्म देखी और कहा कि उनका मकसद सिर्फ शिक्षा और समानता के मुद्दों को उठाना है।

 

 

 

 

 

 

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