रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष Babulal Marandi ने सोमवार को एक प्रेस वक्तव्य जारी कर झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मरांडी ने दावा किया है कि राज्य सरकार और डीजीपी के इशारे पर कई लोग अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और राज्य को लूटा जा रहा है।
वांटेड अपराधी डीजीपी कार्यालय में आता-जाता रहा: Babulal Marandi
बाबूलाल मरांडी ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि रामगढ़ पुलिस का वांटेड अपराधी राजेश राम, जो फिलहाल जमानत पर बाहर है, लगातार डीजीपी के कार्यालय में आता-जाता रहा, लेकिन पुलिस ने उसे कभी गिरफ्तार नहीं किया। मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि राजेश राम की पहली गिरफ्तारी के बाद इंस्पेक्टर गणेश सिंह ने थाना प्रभारी से बात की थी, और गणेश सिंह को डीजीपी का करीबी माना जाता है।
खुलासा: सिपाही ने की वसूली वाले कारोबारी से संपर्क की कोशिश
मरांडी ने एक वायरल ऑडियो का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस मुख्यालय में तैनात डीजीपी के करीबी माने जाने वाले सिपाही रंजीत राणा ने ओडिशा के उसी कारोबारी से संपर्क करने की कोशिश की, जिससे राजेश राम ने कथित तौर पर 65 लाख रुपये की वसूली की थी।
उन्होंने शराब घोटाले का मुद्दा भी उठाया, जहां समय पर चार्जशीट दाखिल न कर छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक के माफियाओं को जमानत दिलवाई गई। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में सौ करोड़ से भी ज्यादा का वारा-न्यारा होने की चर्चा है।
सबका हिसाब होगा: Babulal Marandi
बाबूलाल मरांडी ने चेतावनी देते हुए कहा कि झारखंड को लूटने और सबूत मिटाने का कितना भी षड्यंत्र रचा जाए, जांच एजेंसियां किसी को बख्शने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भले ही थोड़ा वक्त लगे, लेकिन इन महाघोटालों के लिए सजा जरूर होगी और सबका हिसाब होगा।



