रांची – राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीट आवंटन को लेकर इंडिया ब्लॉक के अपने सहयोगियों के साथ असंतोष व्यक्त किया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में RJD ने कम से कम 12 सीटों पर जोर दिया
राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने सीट बंटवारे पर पार्टी के रुख को व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि राजद गठबंधन में 12 सीटों से कम स्वीकार नहीं करेगा। हालांकि, झा ने आश्वासन दिया कि भले ही राजद स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़े, लेकिन इससे इंडिया ब्लॉक की संभावनाओं को नुकसान नहीं होगा।
सीट बंटवारे पर बातचीत विफल होने पर पार्टी अकेले चुनाव लड़ सकती है
पार्टी का दावा है कि 2019 के चुनावों के बाद से उसने 22 सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत की है। लालू प्रसाद यादव सहित राजद का नेतृत्व भाजपा का विरोध करने के लिए प्रतिबद्ध है। झा ने राज्य में भाजपा के विरोध के प्रतीक के रूप में राजद की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पार्टी के समर्थन की पुष्टि की। यह असहमति हाल ही में राजद के परामर्श के बिना की गई सीट-बंटवारे की घोषणा से उपजी है।
RJD ने 2019 में 7 सीटों से बढ़कर 22 सीटों पर मजबूत उपस्थिति का दावा किया
चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव की रांची में मौजूदगी के बावजूद ऐसा हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के राज्य प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए यादव से मुलाकात की। राजद नेतृत्व ने सीट आवंटन वार्ता के संचालन पर निराशा व्यक्त की। पार्टी ने धमकी दी कि अगर समझौता नहीं हुआ तो वह 19 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। झा ने आगामी चुनावों में भाजपा को हराने के राजद के प्राथमिक लक्ष्य पर जोर दिया।
झारखंड विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होने हैं। आदिवासी बहुल राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए से गठबंधन को सीधी टक्कर मिल रही है। भाजपा 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी आजसू, जेडी-यू और एलजेपी (रामविलास) बाकी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे, जो झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देंगे।