
कांग्रेस नेता Rahul Gandhi अब धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भी सक्रिय भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में, राहुल गांधी के महाकुंभ जाने की पुष्टि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कर दी है।
Lucknow, Uttar Pradesh: On LoP Rahul Gandhi and Congress MP Priyanka Gandhi’s upcoming visit to Mahakumbh 2025, Congress State President Ajay Rai says, “Our leaders have visited the Kumbh in the past, and we will certainly visit it this time as well” pic.twitter.com/xLSz8fiRd8
— IANS (@ians_india) February 14, 2025
उनके इस दौरे को राजनीतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Rahul Gandhi का कुंभ दौरा: क्या है खास?
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाते हैं। राहुल गांधी का इसमें शामिल होना *राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है*, क्योंकि इससे कांग्रेस का हिंदू वोट बैंक को साधने का प्रयास साफ नजर आ रहा है।
अजय राय ने क्या कहा?
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने राहुल गांधी के कुंभ जाने की पुष्टि करते हुए कहा* कि राहुल गांधी भारतीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करते हैं। वे महाकुंभ में शामिल होकर साधु-संतों का आशीर्वाद लेंगे और देशवासियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना करेंगे।
Rahul Gandhi News: राजनीतिक मायने क्या हैं?
1. हिंदू मतदाताओं को संदेश – बीजेपी अक्सर कांग्रेस पर हिंदू विरोधी राजनीति करने का आरोप लगाती रही है। ऐसे में राहुल गांधी का कुंभ दौरा इस छवि को बदलने की कोशिश हो सकता है।
2. उत्तर प्रदेश में 2024 के बाद की रणनीति – कांग्रेस यूपी में अपने जनाधार को फिर से मजबूत करना चाहती है। कुंभ में शामिल होकर राहुल गांधी राज्य में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं।
3. साधु-संतों से संवाद – यह भी माना जा रहा है कि राहुल गांधी अखाड़ों के संतों से मुलाकात कर सकते हैं, जिससे धार्मिक संगठनों के बीच कांग्रेस की स्वीकार्यता बढ़े।
क्या यह नई रणनीति का हिस्सा है?
पिछले कुछ समय से कांग्रेस नेतृत्व *नरम हिंदुत्व की नीति* अपनाता दिख रहा है। राहुल गांधी ने *कई बार मंदिर यात्राएं की हैं*, और अब उनका कुंभ में शामिल होना भी इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या होगा Rahul Gandhi के कुंभ दौरे में?
– संगम में स्नान
– साधु-संतों से मुलाकात
– धार्मिक अनुष्ठानों में भागीदारी
– कुंभ में मौजूद श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं से संवाद
कुंभ में Rahul Gandhi की मौजूदगी कितनी असरदार होगी?
राहुल गांधी का महाकुंभ जाना सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बड़ा संदेश देने वाला कदम होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि इससे कांग्रेस को कितनी मजबूती मिलती है और बीजेपी व अन्य दल इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।



