
नई दिल्ली– झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संरक्षक दिशोम गुरु Shibu Soren की तबीयत बिगड़ने के बाद गुरुवार 26 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सर गंगाराम अस्पताल पहुंचीं।
President Droupadi Murmu visited the ailing former Chief Minister of Jharkhand, Shri Shibu Soren, at Sir Ganga Ram Hospital. She met Shri Soren’s son and Chief Minister of Jharkhand Shri Hemant Soren, and enquired about Shri Shibu Soren’s health. pic.twitter.com/0fEsX8OyrK
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 26, 2025
उन्होंने शिबू सोरेन के स्वास्थ्य का हालचाल जाना और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन से विस्तार से जानकारी ली।
Shibu Soren Critical: राष्ट्रपति ने की शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
राष्ट्रपति मुर्मू ने डॉक्टरों से भी शिबू सोरेन के उपचार की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की और परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि देशभर में लोग दिशोम गुरु की कुशलता की कामना कर रहे हैं और वे स्वयं भी उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हैं।
Shibu Soren News: मुख्यमंत्री और परिजनों ने दी स्वास्थ्य जानकारी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन ने राष्ट्रपति को बताया कि शिबू सोरेन को रूटीन चेकअप के लिए दिल्ली लाया गया था, लेकिन बाद में ब्रेन स्ट्रोक के चलते उनकी हालत बिगड़ गई। फिलहाल डॉक्टरों की टीम उनकी न्यूरोलॉजिकल, कार्डियक और किडनी से जुड़ी दिक्कतों का इलाज कर रही है।
राज्यपाल भी कर चुके हैं अस्पताल दौरा
इससे पहले बुधवार को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार भी सर गंगाराम अस्पताल पहुंचे थे और शिबू सोरेन के परिजनों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम जाना था। उन्होंने भी दिशोम गुरु के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी।
स्थिर है स्वास्थ्य स्थिति, मिल रहा है बेहतर उपचार
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि बुधवार को शिबू सोरेन की तबीयत में कुछ सुधार देखा गया है और फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी में रखे हुए है।
झारखंड की राजनीति में एक ऐतिहासिक और संघर्षशील चेहरा रहे शिबू सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर पूरे राज्य और देश भर में चिंता की लहर है। राष्ट्रपति का अस्पताल जाकर हालचाल लेना न केवल उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि दिशोम गुरु का आदिवासी समाज और राजनीति में कितना गहरा प्रभाव है। झारखंड समेत पूरे देश से उनके स्वस्थ होने की कामनाएं लगातार की जा रही हैं।



