
पटना: जन सुराज पार्टी के नेता Prashant Kishor (पीके) ने बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है।
शुक्रवार को पीके ने पटना में घोषणा की कि उनकी टीम ने किशनगंज के राजेश साह हत्याकांड के 18 साल पुराने मामले में दिलीप जायसवाल को मिली क्लीन चिट के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
Prashant Kishor News: हाईकोर्ट में चुनौती और भ्रष्टाचार का आरोप
जन सुराज से जुड़े सीनियर वकील वाईवी गिरी ने बताया कि याचिका दाखिल हो गई है और इस पर जल्द सुनवाई होने की उम्मीद है।
पीके ने जुलाई में राजेश साह की मां और बहन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह गंभीर आरोप लगाया था कि दिलीप जायसवाल को बचाने के एवज में किशनगंज के तत्कालीन एसपी की पत्नी को जायसवाल के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिया गया था।
Prashant Kishor News: वकील ने जांच को बताया दिग्भ्रमित
हाईकोर्ट के सीनियर वकील वाईवी गिरी ने कहा कि पीड़ित की मां ने शिकायत की थी कि राजेश साह की हत्या में दिलीप जायसवाल का हाथ है। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट ने ठीक से जांच का आदेश दिया था, लेकिन जांच सही से नहीं हुई और एसपी ने ‘दिग्भ्रमित’ रिपोर्ट देकर जायसवाल को बचा लिया।
याचिका में मांग की गई है कि इस पूरे मामले की सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हत्या किसने की और पुलिस ने साक्ष्य क्यों छुपाए।
प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करने का संकेत दिया है।
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