Patna: उत्तर प्रदेश में हुए उमेश पाल हत्याकांड एवं उसके बाद के घटनाक्रम से संपूर्ण देश परिचित है परंतु Bihar के दरभंगा में भी उमेश पाल हत्याकांड जैसा मामला सामने आ सकता है.
Bihar Crime: चर्चित हत्याकांड के मुख्य गवाह चिरंजीव कुमार चौधरी उर्फ शंभू चौधरी को जान से मारने की धमकी
असल में यहां भी अपराधियों ने चर्चित हत्याकांड के मुख्य गवाह चिरंजीव कुमार चौधरी उर्फ शंभू चौधरी को जान से मारने की धमकी दी है. शंभू चौधरी को यह धमकी मोबाइल फोन पर दी गई है जिसके बाद परिजनों में काफी खौफ आ गया है.
Bihar News: दो जमानत पर जेल से बाहर है
ज्ञात हो कि साल 2021 में दुर्गा पूजा के चलते पुजारी हत्याकांड के वक्त चिंरजीवी को भी गोली लगी थी परंतु तब चिंरजीवी उर्फ शंभू चौधरी को डॉक्टरों ने इलाज कर बचा लिया था. उस समय पुलिस ने इस केस में चार अपराधियों को गिरफ्त में लिया था जिनमें से दो जमानत पर जेल से बाहर है और वही दो अपराधी अभी जेल में बंद है.
स्कूल हत्याकांड के मामले पर निर्णय आना है तो अपराधी एकमात्र गवाह को केस उठाने के लिए कह रहा है यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है.
Bihar Crime: वर्तमान में पुलिस की भूमिका ठीक नहीं है
धमकी मिलने के पश्चात चिरंजीव उर्फ शंभू चौधरी ने कॉल रिकॉर्डिंग के साथ इसकी एक लिखित शिकायत स्थानीय विश्वविद्यालय थाने को दी परंतु पुलिस गवाह को सुरक्षा देने की जगह आवेदन पर कुंडली मारकर बैठ गई है. ऐसे में मुख्य गवाह को अब अपनी जान बचाने के लिए यहां वहां रात गुजारनी पड़ रही है. पीड़ित ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाते हुए बताया कि वर्तमान में पुलिस की भूमिका ठीक नहीं है क्योंकि शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है. ऐसे में पीड़ित को यह डर है कि अपराधी उनकी हत्या कभी भी कर सकते हैं.
Bihar Crime: नंबर की भी पहचान की जा रही है जिससे धमकी दी गई
इसकी पुष्टि सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने की है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कहा को हर प्रकार की सुरक्षा दी जाएगी ताकि वह बिना डरे गवाही दे सके. क्षेत्र के थानी को भी निर्देश दिए गए हैं कि उनके घर के आसपास गश्ती बढ़ा दी जाए. इसके साथ ही उस नंबर की भी पहचान की जा रही है जिससे धमकी दी गई थी.
Bihar Crime: 14 अक्टूबर 2021 का मामला
ज्ञात हो कि 14 अक्टूबर 2021 को रामबाग मैं स्थित कंकाली मंदिर के पुजारी राजीव कुमार झा को सुबह 5 अपराधियों ने फायरिंग करते हुए गोलियों से भून डाला था. जिसकी वजह से बरामदे में सोए हुए पुजारी की मौके पर मृत्यु हो गई थी. चिरंजीव कुमार चौधरी को भी अपराधियों ने गोली मारी थी परंतु दुर्गा पूजन के चलते शनि मंदिर में कई लोग जमा थे जिसकी वजह से अपराधी पकड़ में आ गया था जिसे मौके पर पीट-पीटकर ही मार डाला गया था परंतु इस घटनाक्रम में 4 भाग निकले थे.
इस हत्याकांड मामले के पीछे मृतक पंडित जी के भतीजे का मोबाइल फोन को लेकर कुछ नशेड़ी युवाओं से विवाद हुआ था. इस घटना को मंदिर परिसर के आसपास अड्डा जमाने वाले ने सीडीओ ने अंजाम दिया था. यह दरभंगा पुलिस एवं पुजारी की जांच में भी सामने आया था.
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