झारखंड की चर्चित आईएएस अधिकारी Pooja Singhal को निलंबन से मुक्त कर दिया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग और मनरेगा घोटाले में ढाई साल से ज्यादा समय तक जेल में रहने के बाद अब उन्हें राज्य सरकार के कार्मिक विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। यह फैसला उनके करियर में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
STORY | Jharkhand: IAS officer Pooja Singhal’s suspension revoked after bail in money laundering case
READ: https://t.co/ZlZncogKuu pic.twitter.com/EX0XIeCXTN
— Press Trust of India (@PTI_News) January 22, 2025
कौन हैं Pooja Singhal?
पूजा सिंघल मूल रूप से देहरादून की रहने वाली हैं। उन्होंने 1999 में यूपीएससी परीक्षा पास की और भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुईं। झारखंड में अपनी सेवाओं के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। हालांकि, उनके नाम पर विवाद तब शुरू हुआ जब मनरेगा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में उन्हें 2022 में गिरफ्तार किया गया।
Pooja Singhal News: मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामला
पूजा सिंघल पर आरोप था कि उन्होंने मनरेगा फंड्स में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहीं। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने की, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया और जेल भेजा गया। यह मामला न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना।
Pooja Singhal News: निलंबन हटने के बाद वापसी
सरकार ने पूजा सिंघल का निलंबन हटाने का फैसला लिया है, जिसके बाद उन्हें फिर से सेवा में शामिल किया जाएगा। हालांकि, यह फैसला राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके समर्थकों का कहना है कि यह न्याय की जीत है, जबकि आलोचकों का मानना है कि ऐसे अधिकारियों को सेवा में दोबारा शामिल करना प्रशासन की छवि को धूमिल कर सकता है।
अब क्या है भविष्य?
निलंबन से मुक्त होने के बाद पूजा सिंघल पर यह दबाव रहेगा कि वे अपनी छवि को सुधारें और प्रशासनिक सेवा में नई शुरुआत करें। सरकार और जनता दोनों ही उनकी अगली भूमिका पर बारीकी से नजर रखेंगे।
IAS पूजा सिंघल का निलंबन हटना और सेवा में वापसी करना झारखंड प्रशासनिक सेवा के लिए एक बड़ा घटनाक्रम है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपनी जिम्मेदारियों को कैसे निभाती हैं और अपनी छवि को फिर से मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाती हैं।