वोट की ताकत से भाजपा को जवाब देगी झारखंड की जनता: Hemant Soren
Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष Hemant Soren ने गुरुवार को सारठ विधानसभा क्षेत्र के पालोजोरी प्रखंड में जनसभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने आदिवासी मुख्यमंत्री और गरीब के बेटे को परेशान करने के हर संभव प्रयास किए, पर वह न पहले डरे थे और न अब डरते हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जेल में डालकर समाप्त करने की योजना थी, लेकिन जनता के आशीर्वाद ने उन्हें बचाया। उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य झारखंड के विकास और यहां के लोगों को हर प्रकार से संपन्न बनाना बताया।
भाजपा पर लोकतंत्र की उपेक्षा का आरोप: Hemant Soren
हेमंत सोरेन ने भाजपा पर लोकतंत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सत्ता के बिना नहीं रह सकती। उन्होंने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा चुनाव में हारने के बाद भी सांसदों और विधायकों को तोड़कर सरकार बनाने की कोशिश करती है। झारखंड में भी पिछले पांच सालों से यही प्रयास हो रहा है, लेकिन यहां की जनता ने भाजपा को ऐसा करने से रोक रखा है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता भाजपा के षड्यंत्र में नहीं फंसेगी और उन्हें वोट के जरिए जवाब देगी।
खनिज संपदाओं को अदाणी-अंबानी को सौंपने की कोशिश: Hemant Soren
सोरेन ने कहा कि भाजपा की नजर झारखंड की खनिज संपदाओं पर है, और सत्ता में आते ही वह इसे अदाणी और अंबानी को सौंपने की तैयारी में है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा झारखंड के भोले-भाले लोगों को मजदूर बनाकर रखना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि इंडिया गठबंधन ऐसा कभी होने नहीं देगा। उन्होंने जनता से झामुमो प्रत्याशी उदय शंकर सिंह को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की, ताकि झारखंड की संपदाओं पर बाहरी कंपनियों का अधिकार न हो सके।
महिलाओं के लिए मंईयां सम्मान योजना का ऐलान: Hemant Soren
महिलाओं की भलाई के लिए सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना का जिक्र किया, जो दिसंबर से शुरू होगी। इस योजना के तहत महिलाओं को 2,500 रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे, और अगले पांच वर्षों में इसे बढ़ाकर एक लाख रुपए सालाना तक कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में महिलाओं ने मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र के माध्यम से गरीबों की सेवा की थी, और इस योजना के जरिए उनकी सेवा का सम्मान किया जा रहा है। जनसभा में कई पंचायतों के मुखिया और झारखंड आंदोलन से जुड़े कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।