Kalpana Soren: पाकुड़ जिले में 20 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान को लेकर चुनावी माहौल चरम पर है। यहां कांग्रेस, झामुमो और भाजपा-आजसू गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
अबुआ दिशोम
अबुआ राजबरहेट की जनता द्वारा मिले इस प्यार के लिए आप का आभार। बरहेट से हमारी जीत सुनिश्चित है। जय झारखण्ड pic.twitter.com/OIQtSIThAT
— Kalpana Murmu Soren (@JMMKalpanaSoren) November 17, 2024
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने अपने संबोधन से जनता को उत्साहित करते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया।
Kalpana Soren News: महागठबंधन की लहर का दावा
कल्पना सोरेन ने कहा कि पाकुड़ की जनता भाजपा की नफरत की राजनीति को करारा जवाब देगी। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार ने जनता के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की हैं, जिससे महिलाओं और कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने में मदद मिली है।
Kalpana Soren News: महिलाओं की भागीदारी पर जोर
कल्पना सोरेन ने बताया कि महागठबंधन सरकार द्वारा शुरू की गई “मंईया सम्मान योजना” और अन्य योजनाओं ने महिलाओं का भरोसा जीता है। उन्होंने पहले चरण के मतदान में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को एक सकारात्मक संकेत बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही महिलाओं को मिलने वाली आर्थिक सहायता को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये करेगी।
Kalpana Soren News: भाजपा पर निशाना
अपने भाषण में कल्पना ने आरोप लगाया कि भाजपा ने महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं को बंद कराने की कोशिश की थी और इसके खिलाफ माननीय न्यायालय में पीआईएल दायर की थी। हालांकि, कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया, जिसे उन्होंने भाजपा के लिए “जोरदार तमाचा” करार दिया।
कांग्रेस के उम्मीदवार पर फोकस
पाकुड़ से कांग्रेस उम्मीदवार निशात आलम, जो पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी हैं, चुनावी मैदान में हैं। यहां महागठबंधन के पक्ष में माहौल बताते हुए कल्पना सोरेन ने जनता से अपील की कि वे महागठबंधन सरकार की नीतियों पर भरोसा जताएं और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को खारिज करें।
महागठबंधन बनाम भाजपा की लड़ाई
पाकुड़ में कांग्रेस, झामुमो और राजद के गठबंधन के बीच जहां स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता दी जा रही है, वहीं भाजपा-आजसू गठबंधन परिवर्तन का वादा कर जनता को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
20 नवंबर को होने वाले मतदान से यह तय होगा कि जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है और झारखंड की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है।