
नई दिल्ली — Delhi Blast: दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण बम धमाके के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ने के बाद अब इस्लामाबाद को भारत की ओर से बड़ी जवाबी कार्रवाई (स्ट्राइक) का डर सता रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि भारत के साथ ‘पूर्ण युद्ध’ (Full-scale war) की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
Delhi Blast : ख्वाजा आसिफ: ‘भारत कहीं से भी हमला कर सकता है’
पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘समा टीवी’ को दिए एक साक्षात्कार में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपनी घबराहट जाहिर की। उन्होंने कहा:
“हम स्थिति को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं। हमारी तैयारियां पूरी हैं, लेकिन भारत पर किसी भी सूरत में विश्वास नहीं किया जा सकता। वे सरहद पर अटैक कर सकते हैं या कोई और रणनीति अपना सकते हैं। हमें हर वक्त सतर्क रहना होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ‘अंतिम दौर’ (Final Round) चाहता है, तो पाकिस्तान के पास युद्ध के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
भारतीय सेना प्रमुख की चेतावनी: ‘अभी तो बस ट्रेलर था’
पाकिस्तान के इस डर के पीछे भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का एक हालिया बयान भी है। जनरल द्विवेदी ने मई में पाकिस्तान के साथ हुए 4 दिनों के सैन्य टकराव (ऑपरेशन सिंदूर) का जिक्र करते हुए इस्लामाबाद को कड़ी चेतावनी दी।
-
ट्रेलर बनाम फिल्म: सेना प्रमुख ने कहा कि वह 88 घंटे का संघर्ष महज एक “ट्रेलर” था, “पूरी फिल्म तो अभी शुरू भी नहीं हुई है।”
-
चेतावनी: उन्होंने साफ किया कि अगर पाकिस्तान ने कोई शरारत की, तो उसे करारा जवाब मिलेगा।
Delhi Blast: 10 नवंबर का धमाका और पाकिस्तान की दोहरी मुसीबत
तनाव की मुख्य वजह 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के बाहर एक i-10 कार में हुआ धमाका है, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई थी। भारतीय एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं और सुराग पाकिस्तान की ओर इशारा कर रहे हैं।
पाकिस्तान इस समय दोहरे संकट में घिरा है:
-
पूर्वी सीमा (भारत): दिल्ली ब्लास्ट के बाद भारत के आक्रामक रुख का डर।
-
पश्चिमी सीमा (अफगानिस्तान): तालिबान के साथ सीमा विवाद और झड़पें। ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि “अल्लाह ने पहले दौर में मदद की थी, वह दूसरे दौर में भी हमारी मदद करेगा,” और वे दोनों सीमाओं पर लड़ने के लिए तैयार हैं।



