रांची। Sudesh Mahto: बिनोद बिहारी महतो एक महान समाज सुधारक और सशक्त झारखंडी दर्शन से पूर्ण नेता थे। बिनोद बाबू के दर्शन और सोच से ही झारखंड बढ़ेगा, झारखंडियों को उनका हक मिलेगा।
झारखंड आंदोलन के प्रणेता, हम सभी के प्रेरणास्रोत, समाज में सामाजिक समरसता, प्रेम और शिक्षा का अलख जगाने वाले स्व. बिनोद बिहारी महतो जी की 100वीं जयंती पर सादर नमन।#binodbihari pic.twitter.com/WpvzA2Z43l
— Sudesh Mahto (@SudeshMahtoAJSU) September 23, 2023
उनके सपनों का झारखंड बनाना ही हमारा लक्ष्य है: Sudesh Mahto
वह कहते थे पढ़ो और लड़ो, एक शिक्षित समाज ही देश राज्य का निर्माण कर सकती है। बिनोद बाबू ने इस राज्य और समाज के बारे में जो सपना देखा था वो अभी तक पूरा नहीं हो पाया। उनके सपनों में राज्य एवं राज्यवासियों के प्रगीति की छाप थी वो सपना जिसे उन्होंने समाज की कुरीतियों के खिलाफ गढ़ा था। राज्य के नई पीढ़ी पर बड़ी जिम्मेदारी छोड़ गए हैं विनोद बाबू। नई पीढ़ी को राजनीतिक प्लेटफार्म में काम करना पड़ेगा। उनके सपनों का झारखंड बनाना ही हमारा लक्ष्य है।
उक्त बातें पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने बोकारो जिला के चंदनकियारी में स्व. बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कही। स्व. बिनोद बिहारी महतो के 100वीं जयन्ती के अवसर पर आज पार्टी अध्यक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने बोकारो जिला अंतर्गत रामडीह मोड़ और धनबाद में विनोद बिहारी महतो के बलियापुर स्थित समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
वो किसी खास समाज के नहीं बल्कि जन जन के नेता थे: Sudesh Mahto
इस मौके पर उन्होंने बिनोद बाबू के संघर्ष को याद करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन, समाज की बुराइयों को दूर करने, लोगों को शिक्षित करने और विस्थापितों को न्याय दिलाने के लिए वे अजीवन संघर्षशील रहें। उनके अगुवाई में ही झारखंड अलग राज्य आंदोलन मजबूत हुआ जिसे आजसू पार्टी ने मुकाम तक पहुँचाने का काम किया था। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने सभी वर्ग व समुदाय को एकत्रित कर झारखंड आंदोलन मजबूत करने का काम किया। वो किसी खास समाज के नहीं बल्कि जन जन के नेता थे।
विनोद बाबू ने सिर्फ पढ़ो और लड़ो का नारा ही नहीं दिया था बल्कि उन्होंने आज से 50 साल पहले स्कूल और कॉलेज को संचालित करने एवं नए विद्यालय, महाविद्यालय खोलने के लिऐ पांच लाख रुपए तक की सहायता राशि दी थी ताकि समाज के सभी वर्गों के बच्चे वहां पढ़ सकें और झारखंड के सुनहरे भविष्य की नींव मजबूत करें। उनका यह नारा मौजूदा हालात में भी प्रासंगिक है। शिक्षा के साथ साथ उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक विरासत, लोकगीत-नृत्य को आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रयासरत रहें और आर्थिक सहायता भी की।
आज कोई भी सरकारी काम बिना पैसा खिलाए नहीं हो रहा है हर टेबल का एक रेट तय है: Sudesh Mahto
आज राज्य में बिनोद बाबू के विचारों के विपरीत गरीबों और शोषितों को भ्रष्टाचार के दलदल में धकेलने का काम सरकार ने किया है। आज कोई भी सरकारी काम बिना पैसा खिलाए नहीं हो रहा है हर टेबल का एक रेट तय है। जिससे आम जनता त्रस्त है। अगर आपके पास पैसे हैं तो आपके सारे काम बिना किसी रुकावट के समय से पहले भी हो सकता हैं लेकिन एक गरीब इंसान बस सरकारी कार्यालयों के चक्कर ही लगता रह जता है।
सरकार के काम करने के रवैये से राज्य के सभी वर्ग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है, बड़े बड़े झूठे वादें कर के सत्ता में आई इस सरकार को जनता आने वाले चुनावों में सत्ता से उखाड़ फेंकेगी।
● बिनोद बिहारी महतो की जयंती पर 100 सभाएं हुई आयोजित: Sudesh Mahto
पार्टी ने विनोद बाबू के 100वीं जयंती के अवसर पर पूरे प्रदेश में 100 सभा आयोजित करने का निर्णय लिया था। जिसके तहत आज सभी विधानसभा, सभी जिला में विनोद बाबू के फोटो पर माल्यार्पण और उनके द्वारा बताए गए राह पर चलने का संकल्प लिया गया। साथ ही साथ केंद्रीय महान अधिवेशन में सभी विधानसभा और जिला क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चिंतन और मंथन भी किया गया।
इस दौरान महाधिवेशन में भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन नंबर 99905 99905 के माध्यम से निबंधन करने का निर्देश दिया गया।
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