Shilpi Neha Tirkey: झारखंड में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के उच्च अधिकारी अब सप्ताह में दो दिन फील्ड विजिट पर रहेंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्राउंड लेवल पर योजनाओं की वास्तविकता और क्रियान्वयन की स्थिति को समझना है।
नेपाल हाउस में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने अपनी पहली विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिया।
चुनौतियों के समाधान पर चर्चा: Shilpi Neha Tirkey
दिनभर चली मैराथन बैठक में विभाग के सामने मौजूद चुनौतियों को चिन्हित कर उनके समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने पर चर्चा हुई। मंत्री ने विभागीय बजट को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और अधिकारियों से कहा कि वे खुले विचार से लोगों के सुझावों को स्वीकार करें।
Shilpi Neha Tirkey News: ग्रामीण हाट-बाजारों का विकास
ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर हाट-बाजारों को दुरुस्त करने और उन्हें विकसित करने के लिए विभाग राशि खर्च करेगा। इस संबंध में योजना की संपूर्ण जानकारी ब्लॉक स्तर पर पहुंचाने के लिए योजना कैलेंडर जारी करने का निर्देश दिया गया।
केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा
केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर मंत्री ने निर्देश दिया कि पहले विभागीय स्तर पर योजनाओं की समीक्षा की जाए। विभागीय सहमति बनने के बाद ही उन योजनाओं पर कार्य होगा।
पशु बाजार को मिलेगा बढ़ावा
ग्रामीण इलाकों में पशु बाजार को बढ़ावा देने के लिए विशेष पहल की जाएगी। इससे पशु खरीद-बिक्री में सहूलियत होगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
कोल्ड स्टोरेज और कृषि उत्पाद पर ध्यान
- पुराने कोल्ड स्टोरेज को पुनः चालू करने पर विभाग का फोकस रहेगा।
- किसानों के उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण स्तर के बाजार विकसित किए जाएंगे।
- मेधा डेयरी के प्रमोशन को गति देने का निर्णय लिया गया।
फसल पैटर्न में बदलाव की जरूरत
मंत्री ने कहा कि झारखंड के किसान खरीफ फसल पर अधिक और रबी फसल पर कम ध्यान देते हैं, इसमें बदलाव की जरूरत है। विशेषकर आलू की खेती को बढ़ावा देने के लिए स्टोरेज और प्रोसेसिंग यूनिट की आवश्यकता होगी। इस दिशा में विभाग, उद्योग विभाग के साथ मिलकर पहल करेगा।
उद्यमिता और किसानों के विकास पर जोर
शिल्पी नेहा तिर्की ने अधिकारियों को योजनाओं के धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन का निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों के विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।