
शेखपुरा/पटना | Upendra Kushwaha: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत और अपनी पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन (6 में से 4 सीटें जीतीं) के बावजूद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका लगा है।
पार्टी में बड़ी टूट हो गई है। कुशवाहा द्वारा अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाए जाने के फैसले से नाराज होकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत एक दर्जन से अधिक नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।
Upendra Kushwaha News: बेटे की ‘ताजपोशी’ से नाराज हुए दिग्गज
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उपेंद्र कुशवाहा द्वारा बिना चुनाव लड़े अपने बेटे दीपक प्रकाश को नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनवाना पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को रास नहीं आया। इसे ही इस्तीफे की मुख्य वजह माना जा रहा है। शेखपुरा में पार्टी के अंदर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई है।
इन बड़े नेताओं ने छोड़ा साथ
बुधवार को शेखपुरा में जिन नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया, उनमें कई बड़े नाम शामिल हैं:
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जितेंद्र नाथ पटेल (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कुशवाहा के करीबी)
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राहुल कुमार (प्रदेश प्रवक्ता व महासचिव)
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पप्पू राज मंडल (जिलाध्यक्ष)
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राजेश रंजन उर्फ गुरु जी, प्रमोद यादव
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गोरेलाल कुशवाहा, अमीर राज मंडल, विद्या सागर, प्रेम गुप्ता और सत्येंद्र सिंह (प्रखंड अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी)।
राजनीतिक पाचन शक्ति से बाहर हुए Upendra Kushwaha के फैसले
इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल ने उपेंद्र कुशवाहा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “उपेंद्र कुशवाहा के क्रिया-कलाप अब हमारी राजनीतिक पाचन शक्ति से ऊपर हो गए हैं। उनके फैसलों को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम अपने साथियों से विमर्श करके अगला कदम उठाएंगे।”
चुनाव में JDU का किया था विरोध
गौरतलब है कि इस्तीफा देने वाले जितेंद्र नाथ पटेल और उनकी टीम ने एनडीए में रहने के बावजूद विधानसभा चुनाव में शेखपुरा और बरबीघा सीट पर सहयोगी दल जेडीयू के उम्मीदवारों का खुला विरोध किया था। हालांकि, जेडीयू ने दोनों ही सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। अब बेटे को मंत्री पद मिलने के बाद उपजी नाराजगी ने बगावत का रूप ले लिया है।
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