
Land for Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेलवे मंत्री लालू प्रसाद यादव को मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में एजेंसी ने अपनी दलीलें पूरी कर लीं। इस घोटाले में लालू यादव के परिवार के कई सदस्यों को भी आरोपी बनाया गया है।
Land for Job Scam: अगली सुनवाई 3 मार्च को
अब लालू यादव के वकील 3 मार्च को अपना पक्ष रखेंगे। इससे पहले अदालत ने 11 मार्च को लालू यादव, उनके बेटे तेजप्रताप यादव और बेटी हेमा यादव समेत अन्य आरोपियों को पेश होने का आदेश दिया था। इस मामले में कुल 79 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है, जिनमें 30 लोक सेवक भी शामिल हैं।
Land for Job Scam: ED की लंबी पूछताछ
जनवरी 2024 में इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से लंबी पूछताछ की थी। 20 जनवरी को लालू यादव से 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए, जिनमें अधिकांश के जवाब ‘हां’ या ‘ना’ में मिले। वहीं, 30 जनवरी को तेजस्वी यादव से करीब 10-11 घंटे तक पूछताछ हुई।
Land for Job Scam: क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला?
यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में ग्रुप-डी पदों पर हुई भर्तियों से जुड़ा है। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले उम्मीदवारों से उनके परिवार या सहयोगियों के नाम पर जमीन लिखवाई गई थी। सीबीआई ने 18 मई 2022 को इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी, दो बेटियों, सरकारी अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।