Prashant Kishor ने जनसुराज अभियान के तहत बिहार में अपनी पदयात्रा के दौरान आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर तीखा हमला बोला.
लालू यादव एक अच्छे नेता या शासक नहीं बन पाए लेकिन..Prashant Kishor
गुरुवार को मधेपुरा के दो प्रखंडों में आयोजित कार्यक्रमों में संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव एक अच्छे नेता या शासक नहीं बन पाए लेकिन वे एक बहुत अच्छे पिता जरूर हैं. उन्होंने लालू यादव पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वे अपने नौंवी फेल बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि लालू प्रसाद अपने बेटे को बिहार का राजा बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा “लोग कहते हैं कि मैं उनकी शिकायत करता हूं, लेकिन मैं तो उनकी तारीफ कर रहा हूं. वे अब भी चाहते हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बने.” प्रशांत किशोर ने इस बात को लेकर भी लोगों को सचेत किया कि उनके बच्चों ने मैट्रिक, बारहवीं, एमए, बीए पास करने के बाद भी नौकरी के लिए संघर्ष करना पड़ता है जबकि यहां नौवीं फेल बेटे को सीधे मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश की जा रही है.
Prashant Kishor ने PM Modi को भी अपने भाषण में घसीटा और उन पर निशाना साधा
उन्होंने लोगों को उनकी कठिनाइयों की याद दिलाते हुए कहा कि आपके बच्चों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है और कठिन परिश्रम के बाद भी वे अच्छी कमाई नहीं कर पाते. इसके विपरीत उन्होंने लालू यादव के बेटे का उदाहरण देते हुए कहा कि वे बिना योग्यता के भी मुख्यमंत्री बनने की संभावना रखते हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपने भाषण में घसीटा और उन पर निशाना साधा.
प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि लोगों को मोदी जी का 56 इंच का सीना तो दिखता है लेकिन अपने बच्चों का भूख के कारण सिकुड़ा हुआ सीना नहीं दिखता. उन्होंने पुरैनी में आयोजित एक आम सभा में जनता को संबोधित करते हुए कहा “आपका बच्चा नहीं भोगेगा तो भला किसका बच्चा भोगेगा?” प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि जब नेता आपसे वोट मांगने आएंगे तो वे कहेंगे कि देश के विकास के लिए वोट दीजिए.
लेकिन मैं आपको इसका विपरीत बताता हूं—वोट अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए दीजिए. कई दलों के चुनावी रणनीतिकार की भूमिका निभा चुके प्रशांत किशोर अब खुद राजनीति में अपनी जमीन मजबूत कर रहे हैं. इसी उद्देश्य से उन्होंने जन सुराज पदयात्रा निकाली है और वे एक नई पार्टी बनाने की तैयारी कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी का उद्घाटन महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को होगा.
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उनका लक्ष्य है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़े. इस नई पार्टी की स्थापना के साथ प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की योजना बना रहे हैं.