Ranchi: सातवें और अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद Kalpana Soren ने होटवार जेल में हेमंत सोरेन से मुलाकात की. हेमंत से मुलाकात के बाद कल्पना ने कहा कि कार्यकर्ता काउंटिंग पूरी होने तक स्ट्रांग रूम की कड़ी पहरेदारी करें.
VIDEO | Lok Sabha Elections 2024: “Since you have waited till now, just wait for some more time till June 4 (result day),” says JMM leader Kalpana Soren, wife of former Jharkhand CM Hemant Soren.#LSPolls2024WithPTI #LokSabhaElections2024
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— Press Trust of India (@PTI_News) June 2, 2024
उन्होंने बताया कि जेल में हेमंत ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल नहीं हो पाने का उन्हें बहुत दुःख है. हेमंत ने जनता से कहा कि आप सभी की मेहनत और परिश्रम को देखकर वे उत्साहित हैं. उनके संघर्ष और अन्याय के खिलाफ लड़ाई को झारखंड की महान जनता ने इस चुनाव में पूरी ताकत से लड़ा है. वास्तव में यह चुनाव जनता ने तानाशाही ताकतों के खिलाफ लड़ा है. कल्पना ने कहा “मैं हेमंत, झामुमो परिवार और इंडिया गठबंधन की तरफ से आप सभी जनता को धन्यवाद देती हूं और जोहार करती हूं.”
हेमंत का दुख बताया: Kalpana Soren
कल्पना ने कहा कि देश में चुनाव के महापर्व का आखिरी चरण पूरा हो गया है. चुनाव के इस महासमर में सभी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस बीच भीषण गर्मी के दौरान हमने कुछ मतदानकर्मियों को खोया जिनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को इस दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दें.
इस अवसर पर मैं समस्त झारखंडवासियों झामुमो परिवार के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से कहना चाहती हूं कि हेमंत को लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल नहीं हो पाने का गहरा दुःख है. उनका न होना हमें बहुत खलता है लेकिन हमें उनकी अनुपस्थिति में भी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है.
कार्यकर्ताओं से की ये अपील
कल्पना ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा “4 जून को मतगणना खत्म होने तक की प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण होगी. हमें स्ट्रांग रूम की कड़ी निगरानी बनाए रखनी है. विशेषकर काउंटिंग एजेंट्स को सतर्क रहना होगा. मतगणना के दिन पूरी सजगता, सक्रियता और एकाग्रता के साथ पूरी प्रक्रिया को अंजाम देना है. हम सभी ने अपने खून-पसीने से संघर्ष करते हुए इस चुनावी महाभियान में यहां तक का सफर तय किया है.
अब हमें जीत का सर्टिफिकेट प्राप्त करने तक वही जज़्बा और वही जुझारुपन बनाए रखना है. यह समय हमारी मेहनत के फलों को सुरक्षित रखने का है इसलिए कोई भी ढिलाई नहीं बरतनी है.