रांची: JMM News: चाईबासा सदर अस्पताल में थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने की घटना पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा दिए जा रहे राज्यव्यापी धरने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने तीखा पलटवार किया है।
झामुमो के महासचिव श्री विनोद पांडेय ने इसे “निर्लज्ज राजनीति” करार देते हुए कहा कि भाजपा बच्चों की सेहत से जुड़े इतने गंभीर मामले पर भी “राजनीतिक रोटियां सेंक रही है,” जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है।
JMM News: सरकार कर रही है कड़ी कार्रवाई
श्री पांडेय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जैसे ही यह दर्दनाक घटना माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के संज्ञान में आई, उन्होंने तत्काल स्वास्थ्य विभाग को उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी और राज्य सरकार इस मामले में किसी को भी बख्शने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मामले में कुछ पदाधिकारियों को सस्पेंड भी किया जा चुका है।
बीजेपी ने स्वास्थ्य व्यवस्था को बदहाल किया: JMM
झामुमो महासचिव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा यह भूल रही है कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा “भाजपा की पूर्ववर्ती सरकारों ने की थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने शासनकाल में वर्षों तक अव्यवस्था और भ्रष्टाचार को पनपने दिया, और “अब जब मौजूदा सरकार सुधार के प्रयास कर रही है, तो भाजपा अफवाह फैलाकर जनता को गुमराह करने में लगी है।”
बाबूलाल मरांडी पर साधा निशाना
श्री पांडेय ने विशेष रूप से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर हमला बोलते हुए कहा, “बाबूलाल मरांडी को शर्म आनी चाहिए कि वह इस त्रासदी को भी राजनीतिक मंच बना रहे हैं।”
उन्होंने मरांडी से सवाल पूछते हुए कहा, “क्या मरांडी जी को इतनी चिंता तब नहीं हुई थी जब भाजपा के शासन में दर्जनों ब्लड बैंक बिना लाइसेंस के चल रहे थे?”
उन्होंने स्पष्ट किया कि झामुमो सरकार ने ब्लड बैंकों की सख्त मॉनिटरिंग शुरू कर दी है और दोषियों को जेल भेजने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि “भाजपा को बच्चों की नहीं, सत्ता की चिंता सता रही है।”



