रांची – Jharkhand Vidhan Sabha का मानसून सत्र सोमवार को हंगामेदार रहा, जिसमें सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और विपक्षी भाजपा के बीच कई मुद्दों पर तीखी बहस हुई।
झारखण्ड सदन की मांग दिशोम गुरुजी को मिले सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न”#Jharkhand #Guruji pic.twitter.com/cAYDuENFfN
— JMM DEOGHAR (@JMM_Deoghar) August 22, 2025
सत्तारूढ़ पक्ष ने 130वें संविधान संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला, वहीं शिबू सोरेन को ‘भारत रत्न’ देने की मांग भी जोर-शोर से उठी।
Jharkhand Vidhan Sabha : 130वां संविधान संशोधन: क्या है यह विवाद?
केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए 130वें संविधान संशोधन विधेयक का झामुमो ने कड़ा विरोध किया है। इस विधेयक के तहत यदि किसी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री को 30 दिनों से अधिक समय तक किसी गंभीर अपराध (जिसमें 5 साल या उससे अधिक की सजा का प्रावधान हो) के आरोप में न्यायिक हिरासत में रखा जाता है, तो उनका पद स्वतः समाप्त हो जाएगा।
झामुमो ने इसे लोकतंत्र पर हमला और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने की साजिश बताया है। पार्टी ने इस कानून के विरोध में रांची में केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका।
Jharkhand Vidhan Sabha : ‘दिशोम गुरु’ शिबू सोरेन के लिए भारत रत्न की मांग
सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह शिबू सोरेन को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग उठी। सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इस मांग का समर्थन किया। भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने भी इस मांग पर अपनी सहमति जताई, जिससे सदन में एक दुर्लभ राजनीतिक एकजुटता देखने को मिली।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह सदन की भावना है और इस पर विचार किया जाएगा। राज्य सरकार ने यह भी संकेत दिया है कि शिबू सोरेन की जीवनी को जल्द ही सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
Jharkhand Vidhan Sabha : सदन में अन्य मुद्दे
सदन में फर्जी एनकाउंटर का मुद्दा भी गरमाया रहा। भाजपा नेता सूर्या हांसदा ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि वे निर्दोष आदिवासियों और आम जनता को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया और इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की।
सत्ता पक्ष के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और अन्य विधायकों ने भी भाजपा पर आरोप लगाया कि वह जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
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