Ranchi: झारखंड में सुखाड़ (Jharkhand Drought) की स्थिति का मुआयना खेलने के लिए हर जिले में टीम काम कर रही है. कृषि मंत्री बादल के अनुसार टीम इतवार को अपनी रिपोर्ट सौंपने लगेगी.
#ExpressFrontPage | Jharkhand’s Agriculture Department has launched a statewide survey to “understand the depth of the drought” and the condition of farmers.https://t.co/SXq6d3DVcU
— The Indian Express (@IndianExpress) August 12, 2022
इसी रिपोर्ट के आधार पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सभी उपयोगिता के साथ 18 अगस्त को बैठक कर सूखे की स्थिति की रिपोर्ट लेंगे. केंद्र सरकार को रिपोर्ट के आधार पर राज्य के प्रभावित प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने का प्रस्ताव भी भेजा जाएगा.
Jharkhand Drought: केंद्र सरकार से प्रभावित प्रखंडों को सूखा घोषित कर किसानों को मुआवजा देने की मांग करेंगे
हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता मुख्य सचिव की बैठक के पश्चात समीक्षा करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तीसरे चरण में कृषि मंत्री की मौजूदगी में बारिश रोपनी और मिट्टी की नमी से संबंधित रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे. राज्य सरकार की ओर से वस्तु स्थिति पर विमर्श के पश्चात केंद्र सरकार से प्रभावित प्रखंडों को सूखा घोषित कर किसानों को मुआवजा देने की मांग की जाएगी।
Jharkhand Drought: पलामू, लातेहार और गढ़वा के ज्यादातर प्रखंडों की स्थिति बहुत खराब है
कृषि मंत्री बादल के अनुसार पिछले 4 दिनों से झारखंड के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय और आगामी 3-4 दिनों तक वर्षा का अनुमान है. इस बीच पलामू, संथाल परगना, उत्तरी छोटानागपुर के तकरीबन 7-8 जिलों में अल्प वृष्टि की स्थिति बनी हुई है. सरकार को अब तक की मिली रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न जिलों में पलामू, लातेहार और गढ़वा के ज्यादातर प्रखंडों की स्थिति बहुत खराब है और यहां सूखे से इनकार नहीं किया जा सकता.