Ranchi: Jharkhand Chunav 2024: भाजपा झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए ओबीसी और सामान्य जातियों का मजबूत गठजोड़ बनाने की योजना पर काम कर रही है।
आदिवासी समुदाय के साथ जुड़ाव को बनाए रखते हुए, पार्टी ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को उठाकर आदिवासी संस्कृति की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है।
हरियाणा में गैर-जाट मतदाताओं को संगठित कर भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की थी। अब झारखंड में भी इसी तरह ओबीसी और सामान्य जातियों को प्रतिनिधित्व देकर भाजपा अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास करेगी। पार्टी को उम्मीद है कि वैश्य समुदाय और सामान्य जातियों का समर्थन उसे मिलेगा। इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी के माध्यम से यादव समुदाय के समर्थन की भी अपेक्षा की जा रही है।
Jharkhand Chunav 2024: आदिवासी नेतृत्व रहेगा भाजपा का केंद्र बिंदु
हालांकि भाजपा ओबीसी और सामान्य जातियों के वोटों पर ध्यान दे रही है, लेकिन नेतृत्व में आदिवासी समाज की भूमिका बरकरार रहेगी। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे। वहीं, सीता सोरेन और गीता कोड़ा आदिवासी महिलाओं के बीच भाजपा के पक्ष में प्रचार करेंगी।
Jharkhand Chunav 2024: बिहार और यूपी के ओबीसी नेता करेंगे प्रचार
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पहले ही परिवर्तन यात्रा के दौरान भाजपा के लिए प्रचार कर चुके हैं। चुनाव की घोषणा के बाद, बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ के प्रमुख ओबीसी नेताओं का झारखंड में बड़ा प्रचार अभियान चलाया जाएगा। भाजपा को आदिवासी और ओबीसी मतों के साथ सामान्य जातियों के समर्थन से चुनाव में जीत की उम्मीद है।