
रांची। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (Jharkhand BJP) को अगले हफ्ते नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। लंबे समय से चर्चा में रहे अध्यक्ष पद को लेकर अब निर्णायक समय नजदीक आ गया है।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी 19 अप्रैल तक नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष पद को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है।
Jharkhand BJP: जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ सकता है एक महीना
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्ति की ओर है, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार उनका कार्यकाल एक महीने और बढ़ाया जा सकता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी के चलते प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति भी अटकी हुई थी। अब पार्टी राष्ट्रीय स्तर से पहले राज्यों में संगठन को मजबूती देने की रणनीति पर काम कर रही है।
बुधवार को नड्डा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करीब डेढ़ घंटे लंबी मुलाकात की। इस दौरान माना जा रहा है कि अध्यक्षीय चुनाव और प्रदेशों में संगठनात्मक बदलाव को लेकर चर्चा हुई।
Jharkhand BJP President: झारखंड में कौन है रेस में?
फिलहाल झारखंड में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका में हैं। लेकिन ‘एक व्यक्ति, एक पद’ की नीति के तहत जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी।
नए अध्यक्ष पद की दौड़ में कई नाम सामने आए हैं:
-
मनीष जायसवाल: हजारीबाग से सांसद और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। संगठनात्मक अनुभव और युवा छवि को देखते हुए उनका नाम सबसे आगे बताया जा रहा है।
-
अमर बाउरी: पूर्व नेता प्रतिपक्ष और दलित समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। पार्टी में उन्हें संतुलनकारी चेहरा माना जाता है।
-
रघुबर दास: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता रघुबर दास का नाम भी चर्चा में है, हालांकि उन्हें संगठन से अधिक प्रशासनिक भूमिका में देखा जाता रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस बार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए गैर-आदिवासी चेहरे को तरजीह दे सकती है, क्योंकि आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व बाबूलाल मरांडी बतौर नेता प्रतिपक्ष पहले से कर रहे हैं।
Jharkhand BJP News: कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका में रविंद्र राय
इस बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका में सक्रिय हैं। सवर्ण समुदाय से आने वाले रविंद्र राय पहले भी संगठन की कमान संभाल चुके हैं।
हेमंत सोरेन द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के एक दिन बाद बीजेपी की यह हलचल राज्य में राजनीतिक संतुलन बनाने की कवायद मानी जा रही है। आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र, झारखंड बीजेपी के लिए यह बदलाव बेहद अहम होगा।



