Patna: बिहार की राजनीति में इस समय विधान परिषद और राज्यसभा की सीटों को लेकर चर्चा गर्म है. जेडीयू ने विधान परिषद की एक सीट पर भगवान सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार बना दिया है.
काराकाट से करारी हार के बाद भी उपेंद्र कुशवाहा बन सकते हैं सांसद, जानिए बीजेपी कैसे कर सकती है खेल। #UpendraKushwaha #Bihar #BJP | @Aniket_236 pic.twitter.com/PKrToDQVOm
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) June 26, 2024
Upendra Kushwaha की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा में नाराजगी
जिससे उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा में नाराजगी फैली हुई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एमएलसी सीट के बदले उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजने पर विचार कर रही है.
बिहार में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद दो राज्यसभा सीटें खाली हुई हैं. आरजेडी की सांसद मीसा भारती ने पाटलिपुत्र से लोकसभा का चुनाव जीता वहीं बीजेपी के विवेक ठाकुर ने नवादा से जीत हासिल की. इन सीटों पर अब उपचुनाव होने हैं और एनडीए की जीत लगभग तय मानी जा रही है. जेडीयू इन सीटों में से एक पर उपेंद्र कुशवाहा को भेज सकती है.
सीट बंटवारे में आरएलएम को सिर्फ एक सीट मिली थी
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एनडीए के सीट बंटवारे में आरएलएम को सिर्फ एक सीट मिली थी जिससे उपेंद्र कुशवाहा नाराज हो गए थे. उन्हें मनाने के लिए बीजेपी ने एमएलसी सीट का वादा किया था लेकिन अब जेडीयू ने अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. इससे आरएलएम नाराज है और बीजेपी को अपना वादा याद दिला रही है.
राज्यसभा के उपचुनाव के गणित के अनुसार दोनों सीटों के लिए अलग-अलग नोटिफिकेशन जारी होगा और अलग-अलग वोटिंग होगी. एनडीए के पास बहुमत होने के कारण दोनों सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत लगभग तय मानी जा रही है लेकिन राजनीति में अनिश्चितताओं के कारण क्रॉस वोटिंग और राजनीतिक समीकरण बदलने से नतीजे भी बदल सकते हैं.