Jamtara: जामताड़ा विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के पारसनाथ में स्थित जैन समुदाय का पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर के लिए राज्य सरकार को खत लिखने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार द्वारा सिर्फ दिखावा है।
मुख्यमंत्री जी इस मामले को लेकर काफी सजग हैं- Dr Irfan Ansari
यह सारा भाजपा का ही किया धरा है जिससे आज पूरे जैन समाज में भारी आक्रोश है। पूर्व में जब झारखंड में रघुवर की सरकार थी तब उन्होंने ही जैन समुदाय की इस तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल का दर्जा दिया था। मैं पूछना चाहता हूं कि तब केंद्र की सरकार कहां थी और उन्होंने तब इस फैसले पर रोक क्यों नहीं लगाया था। आज जब झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार है जो काफी संवेदनशील है और सभी धर्मों का सम्मान कर सभी संप्रदायों के लोगों को एक साथ लेकर चलने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी इस मामले को लेकर काफी सजग हैं और जैन समुदाय की पक्ष में ही जल्द फैसला लेने जा रहे हैं।
सम्मेद शिखर को तीर्थ स्थल का दर्जा दिया जाए- Dr Irfan Ansari
जैसा कि मालूम हो की विधानसभा में मैंने इस मामले को पुरजोर ढंग से उठाया था और माननीय मुख्यमंत्री जी को पूरे मामले से अवगत कराया था। मैंने कहा था की समझ शिखर को तीर्थ स्थल का दर्जा दिया जाए। पर्यटन क्षेत्र घोषित होने से जैन समुदाय काफी आहत है। लोग यहां पिकनिक करने आते हैं और मांस मछली शराब का सेवन कर रहे हैं जो सरासर गलत है। सरकार ने भी मामले को संज्ञान में लिया था और जल्द ही इस दिशा में उचित निर्णय लेने का भरोसा दिलाया था।
मालूम हो कि केंद्र के मुताबिक यह अब पर्यटन क्षेत्र नहीं होगा। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में सभी पर्यटन और ईकोटूरिज्म गतिविधि पर रोक लगाने का निर्देश दिए गए हैं। यह सब सिर्फ दिखावा है और जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है। परंतु विधायक जी पूरे मामले को काफी करीब से देख रहे हैं और जल्द इस दिशा में सकारात्मक नतीजा सामने आएगा।
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