रांची। झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री Sudesh Mahto ने कहा है कि कानून की पढ़ाई बड़ी है और अहम जिम्मेदारी भी।
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, रांची के एनुअल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल फेस्ट-आविर्भाव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए यूनिवर्सिटी प्रबंधन समिति, सभी प्रोफेसर एवं छात्रों को ढ़ेरों शुभकामनाएं। pic.twitter.com/w3uUKxJqDL
— Sudesh Mahto (@SudeshMahtoAJSU) April 24, 2023
अगर इन दोनों को गांव के साथ थोड़ा कनेक्ट करें, तो लोगों को कानून का दायरा पता चलेगा। उनके लिए न्याय हासिल करना भी आसान होगा। तब एक बदलाव का वातावरण बनेगा और कानून पढ़ने-पढ़ाने वाले इसके वाहक साबित होंगे।
बेहतर कल को आकार देने में लॉ ग्रैजुएट्स की भूमिका अहम है: Sudesh Mahto
रांची स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के वार्षिक खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव ‘आविर्भाव’ के उद्घाटन समारोह में उन्होंने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि बेहतर कल को आकार देने में लॉ ग्रैजुएट्स की भूमिका अहम है। वे विषयों को तार्किक, बौद्धिक एवं वैचारिक रुप से रखने में सक्षम हैं। इस यूनिवर्सिटी से वे आग्रह करना चाहेंगे कि अपने ज्ञान और तजुर्बा के साथ कुछ वक्त गांवों को दें तो एक बदलाव देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स व कल्चर लोगों को जोड़ने के बेहतरीन माध्यम हैं। ये आपसी समन्वय और लगाव बढ़ाते हैं। कई क्षेत्रों की पहचान इन्हीं विषयों और चीजों से होती हैं। उन्होंने कहा, “मैं खुद भी एक खिलाड़ी रहा हूं और इस परिसर/ समारोह में खेलने की इच्छा भी है पर वक्त की पाबंदी है”.
कॉलेज/विश्वविद्यालय का वार्षिक समारोह एक त्यौहार की तरह होता है : Sudesh Mahto
सुदेश कुमार महतो ने कहा कि कॉलेज/विश्वविद्यालय का वार्षिक समारोह एक त्यौहार की तरह होता है। सपनों को सजाने की तैयारी भी होती है। यह युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर भी देता है। ‘आर्विभाव’ एक सुंदर थीम है। इसमें कई इवेंटस होने हैं। इस कल्पना और सोच के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति, फैकल्टी और कल्पना के साकार करने में जुटे तमाम विद्यार्थियों की वे सराहना करते हैं। तीन दिनों के समारोह में ऐसा समां बांधें कि हर अतिथि तारीफ करें।
उन्होंने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि कई कमियों के बीच नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रांची ने देश में 22 वां रैंक स्थापित किया है। विश्वविद्यालय और ऊंचा मुकाम को हासिल करे इसकी वे कामना करते हैं।
सामूहिकता में सकारात्मक सोच राज्यों की आवश्यकता है : Sudesh Mahto
श्री महतो ने कहा कि व्यवस्था को कानून पर चलाया जाए या कानून से बाहर, इसे लेकर बहस चल रही है। ऐसे में आपकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि लीडरशिप क्वालिटी के साथ अपने भाव को एक प्लेटफार्म पर लाने की चुनौती है। सामूहिकता में सकारात्मक सोच राज्यों की आवश्यकता है।
सुदेश कुमार महतो ने कहा, “हम यह देख और समझ रहे हैं कि जिस राज्य ने स्वास्थ्य, शिक्षा को आगे बढ़ाया वहां विकास गतिमान हुआ। दक्षिण के कई राज्यों ने इस तरफ अच्छे काम किए हैं। झारखंड जैसे राज्य की भी यह खासी जरूरत है।
समारोह में कांके के विधायक समरी लाल, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो॰ केशवारांव वराकुल्ला, आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, रांची जिलाध्यक्ष संजय महतो, मुजिबुल रहमान इत्यादि मुख्य रूप से मौजूद थे।
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