Ranchi: नेता प्रतिपक्ष Amar Bauri ने झारखंड सरकार के नियंत्रण से पूरी तरह बाहर हो चुकी कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर कड़ा हमला किया है।
कानून व्यवस्था ध्वस्त, झामुमो मस्त
झारखंड में हेमंत सरकार के संरक्षण में गुंडाराज पनप रहा है ।
सरकार के संरक्षण में अपराधी बैखौफ होकर हत्याओं की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और हेमंत सरकार मूक दर्शक बनकर गुंडों का तांडव देख रही है। pic.twitter.com/Sg7ewKOSKc
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) August 3, 2024
तुष्टिकरण की राजनीति को धार देने में जुटी है सरकार: Amar Bauri
उन्होंने कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। राज्य सरकार कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की बजाय तुष्टिकरण की राजनीति को धार देने में जुटी है। सरकार ने पूरी कानून व्यवस्था को ताक पर रख दिया है। राज्य में आम से लेकर खास, कोई भी सुरक्षित नहीं है। श्री बाउरी प्रदेश कार्यालय रांची में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान उक्त बातें कहीं।
श्री बाउरी ने कहा कि आज सुबह जैसे ही हम लोगों की नींद खुली सोशल मीडिया के माध्यम से हम सबको पता चला कि दारोगा अनुपम कच्छप को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कल जब विधानसभा का सत्र चल रहा था उसी समय सूचना आई कि अधिवक्ता गोपी कृष्णा को उनके मोहल्ले में चाकू गोदकर मार दिया गया है। आज थोड़ा दिन और गुजरा तो एक और दुखदाई खबर आई मिली कि धुर्वा के पूर्व पार्षद जिन्हें पूर्व में अपराधियों ने गोली मार दिया था उनका निधन दिल्ली में इलाज के दौरान हो गया।
यह तीनों हत्याएं कोई आम और सामान्य नहीं है। जहां तक आम नागरिकों की बात है तो जेएमएम कांग्रेस सरकार में इनका तो कोई मोल ही नहीं है, यह सरकार आम आदमी को कीड़े मकोड़े से अधिक नहीं समझती।
जिन तीनों लोगों की हत्या हुई है यह अपने-अपने क्षेत्र के नामचीन हैं: Amar Bauri
श्री बाउरी ने कहा कि जिन तीनों लोगों की हत्या हुई है यह अपने-अपने क्षेत्र के नामचीन हैं। एक सरकार का वर्दी पहना हुआ दारोगा, दूसरा कानून की रक्षा करने वाला अधिवक्ता और तीसरा एक जनप्रतिनिधि। लगातार इस प्रकार की घटना हो रही है और राज्य सरकार विधानसभा के फ्लोर पर झूठे वादों और घोषणाओं को साबित करने में केवल कसीदे पढ़ती रही लेकिन राज्य की लचर कानून व्यवस्था पर एक शब्द भी नहीं बोलना शर्मनाक है।
मुख्यमंत्री द्वारा पांचवें विधानसभा के आखिरी सत्र में फिर कई झूठे वादों की झड़ी लगाई गई। लेकिन कानून व्यवस्था पर सरकार की चुप्पी साफ बतलाती है कि सारी घटनाएं राज्य सरकार के संरक्षण में घटित हो रही है।
अब तक 7000 दुष्कर्म की घटनाएं हो चुकी हैं: Amar Bauri
श्री बाउरी ने कहा कि अब तक 7000 दुष्कर्म की घटनाएं हो चुकी हैं। प्रदेश में प्रतिदिन पांच हत्याएं हो रही हैं। ये पीड़ित लोग कौन है ? ये लोग राज्य के आदिवासी, दलित और मूलवासी ही हैं। यहां कानून व्यवस्था की पूरी तरह धज्जियां उड़ाई जा रही है। पुलिस से आदिवासी संगठनों के नेताओं, कार्यकर्ताओं व छात्रों को पिटवाया जा रहा है क्योंकि घुसपैठियों को और भी प्रबल सुरक्षा देना है। इनको तुष्टीकरण की राजनीति को और भी धार देनी है इसलिए झारखंड के पूरे कानून व्यवस्था को ताक पर रख दिया गया है।
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श्री बाउरी ने कहा कि स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि अब लोग कहने लगे हैं कि इस अत्याचारी और भ्रष्टाचारी सरकार से कैसे उनका और उनके प्रियजनों का जीवन सुरक्षित बच जाय। झारखंड के लोग दिन रात प्रार्थना कर रहे हैं कि किसी तरह इस सरकार के महीने दो महीने का बचा कार्यकाल निकल जाए और यह सरकार यहां से चली जाए। जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकना ही चाहती है। जितनी जल्दी इस सरकार से मुक्ति मिल जाए उतना ही भला झारखंड का और झारखंडवासियों का होगा।
इस दौरान प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह और तारिक इमरान भी मौजूद थे।