
नई दिल्ली/रांची | नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF 2025) में झारखंड की ग्रामीण महिलाओं ने अपनी उद्यमशीलता का लोहा मनवाया है।
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जेएसएलपीएस (JSLPS) से जुड़ी सखी मंडल की दीदियों ने इस मेले में 30.72 लाख रुपये से अधिक के उत्पादों की बिक्री कर एक नया कीर्तिमान रचा है। झारखंड के पारंपरिक उत्पादों और हस्तशिल्प ने दिल्लीवासियों का दिल जीत लिया।
IITF 2025: ‘आदिवा’ ब्रांड का जलवा, 14 लाख की ज्वेलरी बिकी
मेले में झारखंड के ‘आदिवा’ (Adiva) ब्रांड की धूम रही। दिल्ली के लोगों को झारखंड की पारंपरिक चांदी और ऑक्सीडाइज़्ड ज्वेलरी इतनी पसंद आई कि अकेले ज्वेलरी सेक्शन से ही 14.84 लाख रुपये की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई। अपनी अनूठी डिजाइन और किफायती दाम के कारण आदिवा ब्रांड के स्टॉल पर खरीदारों की भीड़ जुटी रही।

IITF 2025: रागी के लड्डू और तसर सिल्क की भारी मांग
ज्वेलरी के अलावा ‘पलाश’ ब्रांड के खाद्य उत्पादों ने भी खूब वाहवाही बटोरी।
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सिमडेगा की ‘कॉलेबिरा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी’ की महिलाओं द्वारा बनाए गए रागी और तिल के लड्डू स्वाद और सेहत के कारण हाथों-हाथ बिके।
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गोड्डा का तसर सिल्क और दुमका की डोकरा कला ने कला प्रेमियों को आकर्षित किया।
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जमशेदपुर की मीनू रक्षित द्वारा तैयार किए गए नेचुरल ब्यूटी प्रोडक्ट्स की भी अच्छी मांग रही।
सशक्त होतीं ग्रामीण महिलाएं: 9.82 लाख बनीं ‘लखपति दीदी’
इस सफलता के पीछे झारखंड सरकार और जेएसएलपीएस के प्रयास हैं, जो ग्रामीण महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण और बाजार उपलब्ध कराकर उन्हें सफल उद्यमी बना रहे हैं। इसी पहल का नतीजा है कि राज्य की 9.82 लाख महिलाएं अब तक ‘लखपति दीदी’ बनकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे रही हैं। यह मेला इन महिला कारीगरों के लिए अपने हुनर को राष्ट्रीय मंच पर दिखाने का एक बड़ा माध्यम साबित हुआ।




