मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूजा सिंघल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं
Ranchi: IAS अफसर के निलंबित होने के पश्चात उनके पति अभिषेक झा को ईडी अब सरकारी गवाह बना सकता है. मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के अंतर्गत अनुसंधान के चलते 6 मई को आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) एवं उनके सहयोगियों से जुड़े देश के 5 प्रदेशों के 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी के पश्चात से ही अभिषेक झा प्रवर्तन निदेशालय कि हर कार्रवाई में साथ साथ हैं. चार्टर्ड अकाउंटेंट की गिरफ्तारी एवं उसके पश्चात आईएस अधिकारी पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के समय भी अभिषेक झा प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में मौजूद थे.
ईडी को अभिषेक झा अनुसंधान में पूर्ण सहयोग मिल रहा है. अभिषेक जी ईडी को हर आवश्यक जानकारी व एक एक दस्तावेज उपलब्ध भी करा रहे हैं. बीते 10 दिनों से दिनभर उनका प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में आ जा रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों की मानें तो पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा सरकारी गवाह भी बन सकते हैं.
वही दूसरी तरफ सोमवार को पूजा सिंघल एवं उनके चार्टड अकाउंटेंट सुमन कुमार की रिमांड अवधि खत्म हो जाएगी. खबर है कि रिमांड अति को बढ़ाने के लिए सोमवार की सुबह ही प्रवर्तन निदेशालय से अधिकारी न्यायालय भी जाएंगे. यदि रिमांड अवधि नहीं बढ़ती है तो पूजा सिंघल को फिर से जेल जाना पड़ सकता है.
IAS PoojaSinghal: अभिषेक झा के सरकारी गवाह बनने पर बढ़ेगी पूजा सिंघल की मुसीबतें
यदि अभिषेक झा गवाह बनेंगे तो निलंबित अफसर पूजा सिंघल की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. निवेश एवं रुपयों के लेन-देन की संपूर्ण जानकारी अभिषेक झा को है. इसी के चलते ईडी के अधिकारियों को सब कुछ सबूत सहित बहुत ही आसानी से मिल जाएगा. अभिषेक झा आईएएस पूजा सिंघल के दूसरे पति है. आईएएस राहुल पुरवार उनके पहले पति थे जिन से तलाक के पश्चात आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने दूसरी विवाह अभिषेक झा से किया था. खबर के अनुसार पहले पति के साथ अब भी पूजा सिंघल की बहुत सी संपत्तियां पार्टनरशिप में है. दीदी को अभिषेक झा के द्वारा इन सभी संपत्तियों की खबर भी मिल जाएगी.
डॉ निशिकांत दुबे ने दी ट्वीट करके सूचना
गोड्डा के सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि “क्या पूजा सिंघल व उनके पति सरकारी गवाह बनना चाहते हैं?”डॉक्टर दुबे के ट्रीट पर यदि एक नजर दौड़ाई जाए तो उनके सभी संकेत आगे चलकर प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाही से मिलते जुलते हैं. ऐसे में उनके ट्वीट को खारिज नहीं किया जा सकता. इसे आगे उन्होंने यह ट्वीट किया कि “यदि काली कमाई का पैसा पाने वालों में सभी नेताओं का नाम सामने आए तो जेएमएम के एक विधायक विधानसभा में नहीं बैठ पाएंगे.”उनका संकेत किस ओर, है कहां से पैसे आ रहे हैं इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय अपना कार्य कर रहा है.