रांची – Hemant Soren तीसरी बार Jharkhand के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, जो 2000 में राज्य के गठन के बाद से नेतृत्व में 13वां परिवर्तन होगा।
माननीय मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज राज भवन में भेंट कर झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री पद से अपना त्यागपत्र समर्पित किया। वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उन्हें अपने पद पर बने रहने हेतु कहा। pic.twitter.com/eEBlVqJJxt
— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) July 3, 2024
राज्य के इतिहास से परिचित एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, “झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में नेतृत्व में लगातार परिवर्तन हुए हैं।” राज्य के गठन के बाद से झारखंड में 12 मुख्यमंत्री हुए हैं, जिनमें से भाजपा के रघुबर दास एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है।
यह भी पढ़े: ISRO को मिली बड़ी कामयाबी, ADITYA L1 ने पूरा किया हेलो ऑर्बिट का पहला चक्कर
Jharkhand में तीन बार राष्ट्रपति शासन लगा
राजनीतिक अस्थिरता के समय राज्य में तीन बार राष्ट्रपति शासन लगा। बाबूलाल मरांडी पहले मुख्यमंत्री बने, इसके बाद अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन जैसे नेताओं ने कई बार मुख्यमंत्री पद संभाला।
विश्लेषक ने कहा, “सरकार में लगातार बदलावों ने राज्य के विकास की गति को प्रभावित किया है।” हेमंत सोरेन का पिछला कार्यकाल कानूनी मुद्दों के कारण छोटा हो गया था, जिसके कारण चंपई सोरेन का कार्यकाल संक्षिप्त हो गया। हाल ही में राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन सरकार ने अपना बहुमत बनाए रखा है।
खनिज समृद्ध राज्य में शासन और विकास में चल रही चुनौतियों के बीच सोरेन की सत्ता में वापसी हुई है। नेतृत्व में यह नवीनतम परिवर्तन झारखंड में चल रही जटिल राजनीतिक गतिशीलता को रेखांकित करता है।
यह भी पढ़े: Tejashwi Yadav ने दोनों डिप्टी सीएम के नाम लेकर लोगों से कर दी बड़ी अपील