रांची: झारखंड के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण क्षण बनने जा रहा है। राज्य की धमक अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई देगी। मुख्यमंत्री Hemant Soren स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित होने वाली प्रतिष्ठित ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम’ (WEF) की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे। इस वैश्विक मंच पर झारखंड का प्रतिनिधित्व करना राज्य की बढ़ती साख को दर्शाता है।

वैश्विक मंच पर झारखंड का विजन
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम दुनिया के सबसे प्रभावशाली सम्मेलनों में से एक है जहां दुनिया भर के शीर्ष नेता, उद्योगपति और अर्थशास्त्री जुटते हैं। सीएम हेमंत सोरेन इस मंच का उपयोग झारखंड की क्षमता को दुनिया के सामने रखने के लिए करेंगे। वे बताएंगे कि संसाधन संपन्न झारखंड अब केवल खनन तक सीमित नहीं है बल्कि यहां अन्य क्षेत्रों में भी अपार संभावनाएं हैं।
निवेश और रोजगार पर फोकस
मुख्यमंत्री का मुख्य उद्देश्य राज्य में विदेशी निवेश (Foreign Investment) को आकर्षित करना है। वे दावोस में मौजूद ग्लोबल बिजनेस लीडर्स के सामने झारखंड की नई औद्योगिक नीति, ‘इजी ऑफ डूइंग बिजनेस’ और निवेश के अनुकूल माहौल को प्रमोट करेंगे। इससे राज्य में नए उद्योग लगने और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
आदिवासी अस्मिता और सतत विकास
हेमंत सोरेन इस मंच पर केवल व्यापार की बात नहीं करेंगे, बल्कि वे ‘आदिवासी विजन’ और पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर देंगे। वे दुनिया को बताएंगे कि कैसे झारखंड अपने जल, जंगल और जमीन को बचाते हुए सतत विकास (Sustainable Development) की राह पर आगे बढ़ रहा है। आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को भी वैश्विक पटल पर रखा जाएगा।
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