Ranchi: BJP Jharkhand अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य सरकार से राज्य की ध्वस्त विधि व्यवस्था पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग की।
झारखंड विधानसभा परिसर में पत्रकार साथियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर वार्ता।#jharkhand pic.twitter.com/MfGOqzmPjB
— Babulal Marandi (@yourBabulal) July 31, 2023
मॉनसून सत्र के दौरान मीडिया से बात करते हुए बाबूलाल मरांडी ने मिजोरम की घटना पर सत्ता पक्ष द्वारा चर्चा की मांग पर कहा कि सत्ता पक्ष इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रहा।
Jharkhand की ध्वस्त विधि व्यवस्था पर चर्चा होनी चाहिए
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा है कि केंद्र सरकार मणिपुर पर चर्चा कराने को तैयार है तो फिर झारखंड में इस पर चर्चा की मांग का क्या औचित्य है? आई एन डी ए गठबंधन को राजनीति छोड़ देश के सदन में चर्चा में शामिल होना चाहिए। झारखंड में चर्चा ही करानी है तो राज्य की ध्वस्त विधि व्यवस्था पर चर्चा होनी चाहिए।
Jharkhand में भ्रष्ट अधिकारी दिन रात पैसे की वसूली में लगे है
उन्होंने कहा कि राज्य के हालात बद से बदतर होते जा रहे। हत्या लूट बलात्कार की घटनाएं आम हो गई है। राजधानी में भी अपराधियों का साम्राज्य है। अपराधी सरेआम हत्या करने में सफल हो रहे। जेल से अपराधी खुलेआम धमकी दे रहे,रंगदारी वसूल रहे,मौज मस्ती कर रहे और भ्रष्ट अधिकारी उनकी सेवा सुश्रुषा में लगे हैं। उनका हाल चाल पूछ रहे हैं। यही भ्रष्ट अधिकारी दिन रात पैसे की वसूली में लगे है। और ऊपर तक पहुंचाते भी हैं।
Jharkhand News: ऐसे अराजक तत्वों को मुख्यमंत्री की खुली सहमति है
श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन को अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए। उन्हे मणिपुर में अपना प्रतिनिधि भेजने की चिंता है लेकिन आज पूरा संथाल परगना में आदिवासियों की दुर्गति हो रही। आदिवासी समाज की पहचान,संस्कृति मिटाने की कोशिश बड़े पैमाने पर चल रही पर मुख्यमंत्री मौन हैं। इससे स्पष्ट है कि ऐसे अराजक तत्वों को मुख्यमंत्री की खुली सहमति है।
उन्होंने कहा कि आई एन डी आई ए गठबंधन दलों को सशस्त्र बल ( विशेष शक्ति ) अधिनियम को पूर्वोत्तर में लगाने की याद करनी चाहिए। वहां के हालात कोई आज ऐसे नही हुए।
कहा कि कोई भी सभ्य समाज मणिपुर की घटना को सही नही मान सकता। लेकिन इसपर राजनीति से बाज आना चाहिए।