New Delhi: Gourav Vallabh ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भाजपा ज्वाइन कर ली है. दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी के नेता विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई.
कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा.मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता.इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहाहूं pic.twitter.com/Xp9nFO80I6
— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) April 4, 2024
गौरव वल्लभ के साथ ही बिहार कांग्रेस के नेता अनिल शर्मा एवं राजद नेता उपेंद्र प्रसाद भी भाजपा में सम्मिलित हुए. इससे पूर्व अपने कांग्रेस छोड़ने के निर्णय पर गौरव वल्लभ ने बताया कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर अपने दिल की सारी भावनाएं व्यक्त कर दी हैं.
भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने पर उनका कहना है कि मैंने अपने दिल की सारी व्यथाएं जिसके बारे में मैं पार्टी को समय-समय पर अवगत कराया, वह अपने इस्तीफे में लिख दिया है. मेरा हमेशा से यह मान रहा है कि भगवान राम का मंदिर बने एवं नेता मिले और हम नेता को ठुकरा दे. कांग्रेस पार्टी यह लिखकर दे दे कि हम नहीं जा सकते, यह मैं स्वीकार नहीं कर सकता हूं.
संपत्ति बनाने वालों को नहीं दे सकता गली: Gourav Vallabh
गौरव वल्लभ ने बताया कि ‘मैं अर्थशास्त्र का विद्यार्थी हूं. बहुत समय तक मैं देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में अर्थशास्त्र एवं वित्त बढ़ाया भी है. सुबह से शाम तक वेल्थ क्रिएटर्स को गाली, निजीकरण को गाली, वैश्वीकरण को गाली, उदारीकरण एवं उन नीतियों को गाली… मनमोहन सिंह एवं नरसिम्हा राव ने जो भी किया उसे पूरी दुनिया मानती है, आप उन्हीं नीतियों को गाली दे रहे हैं. कोई बिजनेस करें उसे गाली, एयर इंडिया कोई खरीदे तो गली, कोई विनिवेश करें उसे गाली… मुझे लगता है मामलों को टेकल करने पर कांग्रेस पार्टी के अंदर काफी गैप आ रहे हैं. इस्तीफा में भी मैं यही लिखा है.’
उन्होंने बताया कि मुझे यह नहीं होगा कि जब सनातन धर्म को गाली दी जाए तो मैं चुप बैठ जाऊं. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने एवं उनके सहयोगियों ने सनातन धर्म पर बड़े-बड़े प्रश्न उठाए, उनका जवाब क्यों नहीं दिया गया? उन्होंने बताया कि मैं आज भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हुआ तथा मुझे आशा है कि मैं अपनी योग्यता एवं ज्ञान का उपयोग कर भारत को आगे ले जाने में करूंगा.
यह है Gourav Vallabh
गौरव बालम ने बीते वर्ष अशोक गहलोत एवं सचिन पायलट मामलों में भी खुलकर स्टैंड लिया था तथा अशोक के समर्थन में बयान भी दिए थे. वर्ष 2022 में गौरव वल्लभ ने मल्लिकार्जुन खड़गे के इलेक्शन कैंपेन को संभाला था और वह हमेशा पार्टी के अंदर आर्थिक मामलों पर मजबूती से बात रखते आए हैं. 2023 में वे राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे.
वहीं भाजपा प्रत्याशी ताराचंद्र जैन ने 32 हजार से अधिक वोटो से उन्हें हरा दिया था. गौरव वल्लभ ने 2019 में झारखंड के जमशेदपुर पूर्व से पहली बार चुनाव लड़ा था. यहां उन्होंने 18000 से अधिक वोट प्राप्त किए थे एवं तत्कालीन सीएम रघुवर दास तथा सरयू राय के पश्चात तीसरे स्थान पर रहे थे.