भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री Giriraj Singh ने सीमांचल में अपनी “हिंदू स्वाभिमान यात्रा” के दौरान 4 प्रकार के जिहाद पर चेतावनी दी है।
कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में आज सनातनियों का अभूतपूर्व सैलाब उमड़ा है! हर तरफ सिर्फ एक ही संदेश—जो हमारे सनातन धर्म को तोड़ने की कोशिश करेगा, उसे करारा जवाब मिलेगा। हम सनातनी डटकर खड़े हैं, एकजुट हैं, और अपने धर्म, संस्कृति, और स्वाभिमान की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध हैं।
हिंदू… pic.twitter.com/CKHvDgJE7O— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) October 19, 2024
शुक्रवार को उन्होंने भागलपुर से इस यात्रा की शुरुआत की, जो विशेष रूप से सीमांचल के जिलों में होगी। शनिवार को कटिहार से यात्रा शुरू कर, यह पूर्णिया, अररिया होते हुए किशनगंज में समाप्त होगी। अगले चार दिनों तक सीमांचल की राजनीति गर्म रहने की संभावना है। विपक्ष, खासकर राजद, गिरिराज सिंह और भाजपा पर इस यात्रा को लेकर हमलावर है, उन पर समाज में तनाव बढ़ाने का आरोप है। हालांकि, गिरिराज सिंह का कहना है कि उनका उद्देश्य दंगा भड़काना नहीं, बल्कि रोकना है।
सीमांचल यात्रा पर Giriraj Singh का बयान
कटिहार में मीडिया से बातचीत के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि वह दंगा कराने वाले नहीं हैं, बल्कि दंगा रोकने वाले हैं। उन्होंने सीमांचल में अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि जो लोग उनकी बातों से असहमत हैं, वे दस दिन के लिए कटिहार, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में रहें, तभी वे समझेंगे कि “लव जिहाद” क्या होता है। अब यह केवल लड़कियों तक सीमित नहीं, लड़कों का भी लव जिहाद हो रहा है।
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि जब असदुद्दीन ओवैसी यहां आकर मुसलमानों को इकट्ठा करते हैं, तो कोई सवाल नहीं करता, लेकिन जब वह आते हैं, तो सवाल खड़े होते हैं।
Giriraj Singh ने तीन अन्य जिहादों का जिक्र किया
गिरिराज सिंह ने “लव जिहाद” के साथ तीन और जिहादों की बात की— “थूक जिहाद,” “लैंड जिहाद,” और “शिक्षा जिहाद”। उन्होंने कहा कि हाल ही में बेगूसराय में “शिक्षा जिहाद” का उदाहरण देखा गया, जहां एक शिक्षक ने कहा कि हनुमान जी मुसलमान थे। उन्होंने “लैंड जिहाद” का उल्लेख करते हुए लोगों को इसे देखने के लिए आमंत्रित किया और “थूक जिहाद” के बारे में भी चेताया।
Giriraj Singh का हिंदुओं से आह्वान
गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर उनकी संस्कृति, धन, धर्म और धरती खतरे में हैं, तो हिंदुओं को संगठित होकर धर्म की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने हिंदुओं को एकजुट रहने का आह्वान किया, क्योंकि अगर वे बंटेंगे, तो कटेंगे। उनकी यात्रा कटिहार से शुरू होकर पूर्णिया, अररिया और किशनगंज तक जाएगी।