रांची – Saryu Roy: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही झारखंड में राजनीतिक घमासान तेज होता जा रहा है।
खाद्य विभाग की पत्रिका से जुड़े घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोप: Saryu Roy
ताजा घटनाक्रम में झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय पर खाद्य विभाग की पत्रिका से जुड़े 3.38 करोड़ रुपये के घोटाले में गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की गई है।
अधिकारियों ने रांची के अरगोड़ा थाने में राय और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप ‘आहार’ पत्रिका की छपाई और वितरण में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े हैं।
Saryu Roy: पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच जल्द ही शुरू होगी
अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी निवासी मनोज कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने रॉय पर खाद्य मंत्री के रूप में अपने पद का दुरुपयोग कर पत्रिका योजना से अवैध रूप से लाभ उठाने का आरोप लगाया। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पूर्व मंत्री ने निजी लाभ के लिए अपने प्रभाव का दुरुपयोग किया। दूसरी ओर, पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच जल्द ही शुरू होगी। इंस्पेक्टर मुकेश कुमार जांच का नेतृत्व कर रहे हैं और पुलिस सभी आरोपी पक्षों को नोटिस जारी कर सकती है।
जांच का दायरा बढ़ाना इस मामले में रॉय के पूर्व निजी सचिव आनंद कुमार और मार्केटिंग अधिकारी सुनील शंकर भी शामिल हैं। इसके अलावा, बाबा कंप्यूटर्स के रितेश गुप्ता और जेपीपीएल के एक निदेशक पर भी आरोप हैं। हालांकि, सरयू रॉय के समर्थक बेफिक्र हैं। वे इसे पूर्व मंत्री को बदनाम करने की कोशिश के तौर पर खारिज करते हैं, क्योंकि उनकी छवि साफ है। सरयू रॉय के एक समर्थक ने टिप्पणी की, “यह उनकी छवि खराब करने का एक समन्वित प्रयास प्रतीत होता है।”
उन्होंने कहा: “एक निष्पक्ष और गहन जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि सरयू रॉय जैसे साफ-सुथरे नेता पर कोई आरोप नहीं लगाया जा सकता है।” आरोपों का ब्यौरा
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शिकायत में आरोप लगाया गया है कि रॉय ने जन जागरूकता की आड़ में अनावश्यक ‘आहार’ पत्रिका परियोजना शुरू की। शिकायत में दावा किया गया है कि इस योजना के तहत उनके सहयोगियों को अवैध भुगतान की सुविधा दी गई।