दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बिहार की राजनीति में सक्रिय और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव अब कांग्रेस के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं।
दिल्ली की एक राय कांग्रेस सरकार
बादली में बदलाव की लहर
हर घर अपना देवेंद्रकांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं बादली क्षेत्र से पार्टी
प्रत्याशी देवेंद्र यादव जी के पक्ष में जनसभाओं को
संबोधित किया! pic.twitter.com/wWPYZuSN8Y— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) January 21, 2025
उन्होंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जो जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा कर सकती है।
Delhi Election: गीता कॉलोनी में चुनावी सभा
बुधवार को पप्पू यादव ने दिल्ली के गीता कॉलोनी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगा और आम आदमी पार्टी पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा, “AAP सरकार ने दिल्ली में बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन जमीनी स्तर पर बदलाव नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी की नीतियां केवल प्रचार तक सीमित हैं।”
Delhi Election: कांग्रेस को बताया जनता की पार्टी
पप्पू यादव ने अपने भाषण में कांग्रेस की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देश की एकमात्र पार्टी है जो सभी नागरिकों को संविधान में दिए गए अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने देश को स्वतंत्रता दिलाई और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखा। दिल्ली में कांग्रेस का शासन ही विकास और समानता की गारंटी दे सकता है।”
Delhi Election: चुनावी रणनीति में नया मोड़
पप्पू यादव के कांग्रेस के समर्थन में आने से दिल्ली चुनाव में एक नया मोड़ आ गया है। बिहार में जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव ने कांग्रेस के लिए प्रचार करने की घोषणा करते हुए यह साफ कर दिया है कि वह बीजेपी और AAP के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
Delhi Election पर प्रभाव
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पप्पू यादव की सक्रियता कांग्रेस को मजबूत कर सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां प्रवासी बिहारी मतदाताओं का प्रभाव है। उनके बयान और प्रचार अभियान से कांग्रेस को नई ऊर्जा मिलने की संभावना है।
दिल्ली चुनाव में पप्पू यादव की एंट्री ने कांग्रेस को एक नया समर्थक दिया है। उनके तीखे बयानों और प्रचार अभियानों से आम आदमी पार्टी और अन्य दलों के लिए चुनौती बढ़ सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके समर्थन का कांग्रेस के प्रदर्शन पर क्या असर पड़ता है।