
नई दिल्ली/पटना: Raashid Alvi : जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के फैसले ने एक नई सियासी बहस को जन्म दे दिया है।
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह फैसला “पहलगाम जैसे गंभीर मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए लिया गया है।”
पहलगाम हमले की अनदेखी: Raashid Alvi
अल्वी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “जब पूरा देश पहलगाम हमले के बाद सरकार से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहा है, तब जातीय जनगणना की घोषणा सवाल खड़े करती है। क्या सरकार शहीदों के परिवारों की पीड़ा से मुंह मोड़ रही है?”
उनका दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी का पटना में भाषण देना और भाजपा कार्यकर्ताओं का जाति जनगणना पर मिठाइयां बांटना, ऐसे वक्त में जब देश 26 जवानों के शोक में डूबा है, “शर्मनाक” है।
यह भी पढ़े: Caste Census को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला
Raashid Alvi News: जाति जनगणना पर कांग्रेस का रुख
गौरतलब है कि कांग्रेस और विपक्षी दल लंबे समय से जातिवार जनगणना की मांग कर रहे थे। राहुल गांधी ने भी संसद में यह मुद्दा उठाया था, और यह वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनने पर जातिवार जनगणना कराई जाएगी। ऐसे में अल्वी ने समय को लेकर सवाल उठाए हैं, न कि फैसले की मूल भावना पर।
क्या सरकार की प्राथमिकता बिहार चुनाव है?
अल्वी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का असली मकसद बिहार की राजनीति को साधना है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री सऊदी दौरे से लौटने के बाद पहलगाम पर कोई सख्त संदेश देने के बजाय, बिहार में भाषण दे रहे थे। इससे सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट हो जाती है।”
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा की ओर से अभी तक अल्वी के इन बयानों पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के नेता जातीय जनगणना को “समाज में समानता और न्याय की दिशा में ऐतिहासिक कदम” बता रहे हैं। भाजपा के पसमांदा मुस्लिम नेताओं ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे “सच्चे प्रतिनिधित्व की नींव” रखी जाएगी।
यह भी पढ़े: Caste Census: जातीय गणना पर केंद्र के फैसले में क्या है नीतीश कुमार की भूमिका?



