Ranchi: झारखंड CM हेमंत सोरेन के मामले में चुनाव आयोग का क्या आदेश है? इसको लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने इस मामले पर पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर कहा, ”चुनाव आयोग की ओर से लिफाफा इस तरह फंसा हुआ है कि खुल नहीं रहा है. पत्रकारों ने इस संबंध में राज्यपाल से सवाल किया तो उन्होंने मजाक में वही जवाब दिया. पत्रकारों के सवालों के लिए।
What will be the decision of Raj Bhavan on CM Hemant Soren: Governor said, ‘The envelope of the Election Commission is stuck in such a way that it is not opening’, there is still confusion in the state https://t.co/b3gLPKskdR
— Granthshala India (@Granthshalaind) September 24, 2022
CM हेमंत सोरेन के मामले में चुनाव आयोग का क्या आदेश है? इसको लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है
झारखंड के CM हेमंत सोरेन के मामले में चुनाव आयोग का क्या आदेश है? इसको लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने इस मामले पर पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर कहा, ”चुनाव आयोग की ओर से लिफाफा इस तरह फंसा हुआ है कि खुल नहीं रहा है. पत्रकारों ने इस संबंध में राज्यपाल से सवाल किया तो उन्होंने मजाक में वही जवाब दिया. पत्रकारों के सवालों के इस मामले को लेकर सियासत अभी भी गरमा गई हैलिए।”
इस मामले को लेकर सियासत अभी भी गरमा गई है
CM हेमंत सोरेन ने भी इस मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की थी और इस मामले में जल्द से जल्द फैसला सुनाने की अपील की थी. अब भी राज्य के लोगों की निगाहें गवर्नर हाउस की ओर हैं। इस मामले को लेकर सियासत अभी भी गरमा गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने भी कहा है कि राज्यपाल को अब चुनाव आयोग की सिफारिश को सार्वजनिक करना चाहिए. अभी भी भ्रम है। जब हम राज्यपाल से मिले तो उन्होंने कहा था कि इस मामले में जल्द फैसला आएगा और इसे सार्वजनिक किया जाएगा, लेकिन अभी तक भ्रम की स्थिति है।
गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खनन मामले में चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को अपनी अनुशंसा भेजी थी. सूत्रों के मुताबिक इस सिफारिश में सीएम हेमंत सोरेन की विधायिका रद्द करने की बात कही गई है. हालांकि राजभवन से चुनाव आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है।
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