Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य में हो रही भारी बारिश के बीच अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा संथाल परगना में आयोजित मोटर साईकिल रैली का नेतृत्व किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बाबूलाल मरांडी जी आज पाकुड़ में आदिवासी अधिकार यात्रा से पूर्व संथाल आदिवासी भाई बहनों के साथ पारंपरिक नृत्य में शामिल हुए l@BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @blsanthosh @BJP4Jharkhand pic.twitter.com/NXQ8LR5jiq
— Office of Babulal Marandi (@babulalmarandi) December 6, 2023
दो दिवसीय मोटर साईकिल रैली के द्वितीय चरण का आज दूसरा दिन था। श्री मरांडी ने बीती रात कुमारभजा गांव के आवासीय विद्यालय में रात्रि विश्राम किया।ग्रामीणों की समस्या से प्रत्यक्ष रूबरू हुए।
महिलाएं घंटों तक छाता लगाए अपने नेता के स्वागत में खड़ी रहीं: Babulal Marandi
आज की रैली में कुमारभाजा ,लिट्टीपाड़ा से पाकुड़िया तक सैकड़ों आदिवासी युवा शामिल हुए। जगह जगह पुष्प वर्षा एवम पारंपरिक रूप से श्री मरांडी का स्वागत हुआ। महिलाएं घंटों तक छाता लगाए अपने नेता के स्वागत में खड़ी रहीं।
मोटर साईकिल रैली को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा आदिवासी समाज को उसका हक और अधिकार दिलाने, विकास की मुख्यधारा से जोड़ने केलिए संकल्पित है।
आज मोदी मंत्रीमंडल में 8मंत्री पहली बार जनजाति समाज से हैं: Babulal Marandi
कहा कि मोदी सरकार लगातार जनजातियों केलिए योजनाएं चला रही। चाहे जनजाति गांव का विकास हो या शिक्षा ,स्वास्थ्य,स्वावलंबन ,सभी क्षेत्र की योजनाएं चलाई जा रही । युवाओं को ऋण के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा रहा।जनजाति क्षेत्र के उत्पाद को विश्व व्यापार से जोड़ा जा रहा। कहा कि अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने अलग राज्य दिए।जनजाति मंत्रालय बनाया। आज मोदी मंत्रीमंडल में 8मंत्री पहली बार जनजाति समाज से हैं।
उनके मन में समाज केलिए न कोई सोच है, न सम्मान है और न संवेदना है: Babulal Marandi
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानी,महापुरुषों को आजादी के बाद कभी सम्मान नही मिला लेकिन मोदी सरकार ने जनजाति समाज का गौरव बढ़ाया। आज पहली बार देश में जनजाति समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी होने का केवल दंभ भरते हैं। उनके मन में समाज केलिए न कोई सोच है, न सम्मान है और न संवेदना है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र में मलेरिया से हुई मौत की चिंता नहीं। वे पीड़ितों से मिलना भी जरूरी नहीं समझते।
कहा कि संथाल परगना में कई स्थानों पर पिछली भाजपा सरकार में स्वीकृत आवासीय विद्यालय बनकर 4वर्षों से उद्घाटन की बाट जोह रहे।सरकार चाहती तो यहां शिक्षक भी होते और बच्चे भी पढ़ते।
स्थानीय लोग जिनके जमीन पर खदान है वे चुपचाप देखने को मजबूर हैं: Babulal Marandi
उन्होंने कहा कि संथाल परगना का क्षेत्र माइनर मिनरल का है।लेकिन सारे ठिकेदार बाहर के लोग हैं।मुख्यमंत्री के चहेते ,दलाल,बिचौलिए हैं। स्थानीय लोग जिनके जमीन पर खदान है वे चुपचाप देखने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासी समाज को उनका हक और अधिकार दिलाएगी। जिनकी जमीन वही होगा खदान का मालिक।
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