रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो जिले के चंदनक्यारी प्रखंड स्थित फतेहपुर गांव के शहीद अग्निवीर Arjun Mahto के परिजनों को 10 लाख रुपए की अनुग्रह अनुदान राशि का चेक और उनके भाई बलराम महतो को नियुक्ति पत्र सौंपा।
आदेश 24 घंटे के अंदर ही अग्निवीर अर्जुन महतो जी के आश्रित, भाई बलराम महतो को सरकारी नौकरी और अनुग्रह अनुदान के रूप में ₹10 लाख प्रदान की गई। मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM ने कहा राज्य सरकार दिवंगत अग्निवीर अर्जुन महतो जी के परिजनों के साथ खड़ी है। https://t.co/yZwgo9F5Ni pic.twitter.com/LFk9MHfC7K
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) November 28, 2024
यह कदम शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों को सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
शहीदों के सम्मान में सरकार का नीतिगत निर्णय: CM Hemant Soren
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और अग्निवीरों के शहीद होने पर उनके परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने का नीतिगत निर्णय पहले ही ले चुकी है। यह कदम शहीदों और उनके परिवारों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शहीद Arjun Mahto परिजनों को मिलेगा कल्याणकारी योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहीद अर्जुन महतो के परिजनों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिलाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए थे Arjun Mahto
झारखंड के वीर सपूत अर्जुन महतो असम के सिलचर में तैनात थे। 21 नवंबर 2024 की देर रात उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में वे वीरगति को प्राप्त हुए। उनकी शहादत ने झारखंड को गौरवान्वित किया है।
कार्यक्रम में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ विधायक कल्पना सोरेन, विधायक उमाकांत रजक, और शहीद की बहन लक्ष्मी कुमारी भी उपस्थित रहीं। उन्होंने शहीद के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।
शहीदों के सम्मान और सहायता के लिए सरकार प्रतिबद्ध
शहीदों के परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से सरकार लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा कर्तव्य है कि हम अपने शहीदों और उनके परिजनों के साथ खड़े रहें और उनकी हरसंभव सहायता करें।”