
पटना – CM Nitish Kumar ने संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा की।
सचिवालय स्थित सभा कक्ष में हुई इस बैठक में सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि “राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।”
आज माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने हेतु पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर संबंधित विभागों के माननीय मंत्री, अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं सचिव उपस्थित थे। pic.twitter.com/Qf7jw0J38p
— CMO Bihar (@officecmbihar) May 20, 2025
CM Nitish Kumar : मौसम विभाग ने दी वर्षा पूर्वानुमान की जानकारी
- बिहार मौसम सेवा केंद्र के अनुसार जून में सामान्य से कम बारिश, जबकि जुलाई से सितंबर तक सामान्य वर्षा की संभावना।
- मॉनसून 2025 को लेकर समग्र रूप से सामान्य वर्षापात का पूर्वानुमान।
CM Nitish Kumar के निर्देश – आपदा से पहले पूरी तैयारी करें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को दिए ये प्रमुख निर्देश:
- बाढ़ और सुखाड़ दोनों परिस्थितियों की पूर्व तैयारी जून अंत तक पूरी कर ली जाए।
- तटबंधों की सुरक्षा, सड़कों की मरम्मती, पीने के पानी, स्वास्थ्य सेवाओं, पशु चारे, और फसल क्षति की स्थिति में किसानों को सहायता देने के पुख्ता प्रबंध हों।
- सभी प्रभारी मंत्री और सचिव जिलों का दौरा कर वास्तविक स्थिति का आकलन करें।
- सामुदायिक रसोई, राहत शिविर, फूड पैकेट्स, और दवा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
CM Nitish Kumar: तैयारियों की दी गई विस्तृत जानकारी
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया:
- सभी जिलों को एसओपी के अनुसार दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
- बाढ़ राहत शिविर, नाव संचालन, अनुग्रह अनुदान भुगतान और आपातकालीन संचालन केंद्रों की तैयारी पूरी की जा रही है।
- मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाने वाली सहायता और राहत वितरण की व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जा रहा है।
जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बाढ़ से बचाव की तकनीकी तैयारियों की जानकारी दी।
CM Nitish Kumar ने याद दिलाया आपदा प्रबंधन का इतिहास
- 2007 की बाढ़ में 2.5 करोड़ लोग, और 2008 की कोसी त्रासदी में 34 लाख लोग प्रभावित हुए थे।
- विश्व बैंक से सहायता लेकर राहत एवं पुनर्वास कार्य किया गया था।
- 2005 से पहले आपदा प्रबंधन पर विशेष ध्यान नहीं था। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की सक्रियता सरकार के प्रयासों की देन है।
- 2023 में अनुग्रह अनुदान राशि को बढ़ाकर ₹7,000 किया गया। मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की सहायता पहले से लागू।
बैठक में शामिल हुए कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी
इस अहम बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, और अन्य कई मंत्रियों व विभागीय सचिवों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि “मौसम के बदलाव को देखते हुए हर स्तर पर सतर्कता और त्वरित कार्रवाई जरूरी है।” उन्होंने ज़िलाधिकारियों से कहा कि “लोगों से संवाद करें, जमीनी हालात समझें और राहत पहुंचाने की व्यवस्था समय रहते करें।”
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