
झारखंड के CM Hemant Soren ने अपने पैतृक गांव नेमरा में पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के अंत्येष्टि कार्यक्रम के पश्चात ग्रामीणों के साथ “तीन नहान, दस कर्म और श्राद्ध कर्म” जैसे पारंपरिक संस्कारों को लेकर विस्तृत चर्चा की।
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM ने अपने पैतृक आवास नेमरा में गांव वासियों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के अंत्येष्टि कार्यक्रम के उपरांत होने वाले अनुष्ठान को लेकर ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा की। pic.twitter.com/0E7w4zE9Cg
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) August 6, 2025
यह बैठक ग्रामीणों के अनुभवों और सुझावों को समझने के लिए आयोजित की गई थी ताकि परंपराओं को सही तरीके से निभाया जा सके।
CM Hemant Soren News: स्थानीय परंपराओं का संरक्षण और सुझाव
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को अपने प्राचीन रीति-रिवाजों से परिचित कराते हुए तीन नहान, दस कर्म और श्राद्ध कर्म के महत्व पर बात की। उन्होंने इन संस्कारों को आगे की पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री ने इस वार्ता को सकारात्मक बताया और दस कर्म दिवस की तैयारियों में खुद रुचि ली।
Hemant Soren News: दिवंगत शिबू सोरेन को याद करते हुए संवेदनाएं
इस दौरान ग्रामीणों ने गुरुजी के जीवन और आदर्शों को भी याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री ने भी इस कठिन समय में परिजनों के संबल बनने की बात कही।
सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखना जरूरी
हेमन्त सोरेन ने कहा कि यह परंपराएं हमारी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत बनाती हैं और सामाजिक एकता को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोग मिलकर इन संस्कारों का आदर करें तथा इनके माध्यम से हमारी संस्कृति को जीवित रखें।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की यह पहल पारंपरिक संस्कारों के संरक्षण और सांस्कृतिक जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण कदम है। ग्रामीणों के साथ इस संवाद ने झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को और भी संजोने का संकल्प मजबूत किया है।
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