
जमशेदपुर: महात्मा गांधी मेमोरियल (MGM) मेडिकल कॉलेज अस्पताल (MGM Hospital Accident) में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर झारखंड सरकार हरकत में आ गई है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने अस्पताल के कॉरिडोर और छत ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हैं।
MGM Hospital Accident: एक हफ्ते में मांगी रिपोर्ट, दोषियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत
स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की है, जिसे सात दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अधीक्षक जिम्मेदार पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। मंत्री ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण और लापरवाही का नतीजा” बताया।
MGM Hospital Accident: मृतकों को मुआवजा, घायलों को सहायता
सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और घायलों को ₹50 हजार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। यह मुआवजा सीधे उनके खाते में भेजा जाएगा।
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MGM Hospital Accident रात में पहुंचे मंत्री और अफसर, किया निरीक्षण
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह शनिवार देर रात जमशेदपुर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया और अस्पताल प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए।
क्या हुआ था हादसे में?
शनिवार को दोपहर करीब 3:20 बजे, अस्पताल के मेडिसिन विभाग के तीसरे मंजिल का कॉरिडोर अचानक ढह गया। नीचे फर्श पर लावारिस मरीज सो रहे थे। मलबे में दबकर तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा अस्पताल की जर्जर इमारत और लापरवाह रख-रखाव पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
मुख्य बिंदु:
- स्वास्थ्य मंत्री ने गठित की उच्च स्तरीय जांच कमेटी
- दोषियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत
- मृतकों को ₹5 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता
- जर्जर भवन में हुई दुर्घटना ने उठाए अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल
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