रांची: बिरसा सिंचाई कूप योजना में धरातल में कुंआ दिखे, कागजी खेल नहीं। CM हेमन्त सोरेन ने उक्त बातें ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कही।
आज चतरा जिले में विभिन्न योजनाओं के करोड़ों रुपयों के शिलान्यास, उद्घाटन, नियुक्ति पत्र और परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला।
आज जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से पूरा विश्व ग्रसित है। हमारे राज्य में भी कमोवेश बढ़ती गर्मी के कारण नुकसान हुआ है। यह सरकार… pic.twitter.com/vCFtYOYqbg— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 19, 2023
कुल एक लाख कूपों का निर्माण विभिन्न चरणों में किया जाना है: CM Hemant Soren
CM ने कहा इसमें लापरवाही ठीक नहीं। मालूम हो कि राज्य सरकार एवं मनरेगा के अभिसरण से बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना के तहत कुल एक लाख कूपों का निर्माण विभिन्न चरणों में किया जाना है। लेकिन मुख्यमंत्री इसके कार्य प्रगति को लेकर खुश नजर नहीं आए और जल्द से जल्द योजना का लाभ ग्रामीणों को देने का आदेश दिया है। मालूम हो कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस योजना का शुभारंभ किया गया है, ताकि जल संरक्षण को बल मिल सके एवं वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति लोगों में जागरूकता का संचार हो सके।
दो चरण में कुआं निर्माण का लक्ष्य: CM Hemant Soren
योजना के तहत प्रथम चरण में 30 एवम द्वितीय चरण में 70 हजार कूप का निर्माण किया जाना है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 50 हजार एवं 15 नवंबर 2024 तक शेष 50 हजार कूप का निर्माण कार्य पूर्ण करेगी। योजना में बिरसा हरित ग्राम, कृषि कार्य से संबंधित लाभुक, बाबा साहेब आंबेडकर आवास योजना के लाभार्थी को प्राथमिकता देने की योजना है। साथ ही, निर्मित कुओं की स्थिरता एवं उपयोगिता बनाए रखने के लिए कुआं के आसपास जल संचयन और जल एवं मृदा संरक्षण के कार्य बड़े पैमाने पर करने का निर्देश है।
सभी जिलों में होगा कुआं का निर्माण: CM Hemant Soren
प्रथम चरण के अबतक 16936 कुआं की स्वीकृति मिल चुकी है, 3822 कुआं का निर्माण कार्य जारी है। सबसे अधिक गिरिडीह में 8386, रांची में 7314, पलामू के 6460, हजारीबाग में 5973, पश्चिमी सिंहभूम में 5212, दुमका में 5022, बोकारो के 4876, देवघर में 4729, गोड्डा में 4608, पूर्वी सिंहभूम में 4291, साहेबगंज में 3949, गुमला में 3876, धनबाद में 3901, चतरा में 3706, पाकुड़ में 3120, जामताड़ा में 2877, लातेहार में 2804, कोडरमा में 2560, रामगढ़ में 2438, सिमडेगा में 2292 और लोहरदगा में 1606 कुआं निर्माण लक्ष्य 15 नवंबर 2024 तक रखा गया है।