बीजापुर/छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक बड़े नक्सल-विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें भारी सफलता और दुखद बलिदान दोनों सामने आए। बीजापुर–दंतेवाड़ा सीमा के वेस्ट बस्तर डिवीजन में किए गए इस संयुक्त अभियान में सुरक्षाबलों ने 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया, लेकिन ऑपरेशन के दौरान CRPF और CoBRA के 3 जवान भी शहीद हो गए।

वेस्ट बस्तर डिवीजन में CRPF-CoBRA का संयुक्त ऑपरेशन घंटों चली मुठभेड़
बस्तर रेंज के आईजी पी. सुन्दरराज ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मुठभेड़ बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा पर स्थित घने जंगलों में हुई। यह इलाका वेस्ट बस्तर डिवीजन के अंतर्गत आता है, जो लंबे समय से नक्सल गतिविधियों का प्रमुख गढ़ माना जाता है। सूत्रों के अनुसार
- ऑपरेशन सुबह तड़के शुरू हुआ था।
- सुरक्षा बलों को क्षेत्र में बड़ी नक्सली गतिविधि की सूचना मिली थी।
- CoBRA कमांडो और CRPF 168वीं बटालियन के जवान इलाके में सर्च ऑपरेशन पर थे, तभी नक्सलियों ने भारी फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में बलों ने मोर्चा संभाला और नक्सलियों को घेरे में ले लिया, जिसके बाद करीब 12 नक्सली मारे गए।
शहीद हुए जवानों का बलिदान, वीरता और साहस की मिसाल
मुठभेड़ के दौरान तीन जवान गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें निकटतम कैंप ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचाया नहीं जा सका। शहीद हुए जवानों के नाम जल्द ही आधिकारिक रूप से जारी किए जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इन जवानों ने भारी गोलीबारी के बावजूद अपने साथियों को सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और साहसिक ढंग से लड़ते हुए अंतिम सांस ली।
मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से:
- राइफलें
- विस्फोटक सामग्री
- गोला-बारूद
- आईईडी बनाने की सामग्री
- नक्सली दस्तावेज
बरामद किए हैं। यह बरामदगी इस बात का संकेत है कि नक्सली बड़ी साजिश की तैयारी में थे, जिसे सुरक्षाबलों ने समय रहते नाकाम कर दिया।
ऑपरेशन पर अधिकारियों की प्रतिक्रिया, नक्सलियों के लिए बड़ा झटका
आईजी सुंदरराज के अनुसार, यह सफलता सुरक्षा बलों की लगातार रणनीति, बेहतर खुफिया इनपुट और जमीनी स्तर पर मजबूत उपस्थिति का परिणाम है।
उन्होंने कहा “यह कार्रवाई वेस्ट बस्तर डिवीजन के नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।” वहीं राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद जवानों के बलिदान को सलाम करते हुए कहा कि नक्सल खत्म होने तक ऑपरेशन जारी रहेगा।
इलाके में सुरक्षा बढ़ाई गई, सर्च ऑपरेशन जारी
मुठभेड़ के बाद आसपास के इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात कर सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि बचे हुए नक्सलियों को पकड़ा जा सके। जंगलों में कुछ हथियारबंद नक्सलियों के भागने की आशंका है, इसलिए इलाके में सतर्कता और बढ़ा दी गई है। बीजापुर का यह ऑपरेशन नक्सली नेटवर्क को एक बड़ा नुकसान पहुंचाने वाला माना जा रहा है।
एक तरफ जहां 12 नक्सली मारे गए हैं, वहीं तीन जवानों का बलिदान इस संघर्ष की गंभीरता भी बताता है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दिनों में नक्सल-विरोधी कार्रवाई और तेज होगी, ताकि इस क्षेत्र को पूरी तरह सुरक्षित बनाया जा सके।



