Patna: Buxar Police: सूबे में शराबबंदी के बाद भी शराब कारोबारियों का हिम्मत थमने का नाम नहीं ले रहा है. बिहार में कई स्थानों पर चोरी छुपे ग़ैरकानूनी शराब निर्माण का भी कार्य धड़ल्ले से चल रहा है.
जिसका परिणाम यह है कि जहरीली शराब पीने के वजह से राज्य में अब तक बहुत लोगों की मृत्यु हो चुकी है.बक्सर के अमसारी गांव में कुछ महीनों पूर्व जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत के पश्चात हड़कंप मच गया था.
Buxar Police: 5 लोगों की मौत के बाद बक्सर पुलिस ऐसे कारोबारियों के विरुद्ध बराबर कार्रवाई में जुटी हुई
जिसके पश्चात से ही बक्सर पुलिस ऐसे कारोबारियों के विरुद्ध बराबर कार्रवाई में जुटी हुई है. इसी कड़ी में बक्सर पुलिस ने अवैध शराब कारोबार के खिलाफ बड़ी एक्शन को अंजाम देते हुए न केवल इस धंधे से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. जहरीली शराब से भविष्य में होने वाली एक और बड़ी घटना को रोक दिया है.
Buxar Police ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की
दरअसल अवैध शराब कारोबार से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का खुलासा बक्सर पुलिस ने किया है. इस गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान 266 लीटर स्प्रिट के अलावा स्टिकर और शराब बनाने में उपयोग होने वाली अन्य सामग्रियां भी बरामद की है. गिरफ्तार किए गए लोगों का पहले से ही अवैध शराब के कारोबार से उनका संबंध रहा है और इनमे से 5 लोग हिस्ट्रीशीटर.
मिली सुचना के अनुसार इन लोगों का संबंध अंतरराज्यीय गुटों से जुड़ा हुआ है जो राज्य के बक्सर जिले के बॉर्डर से लगे इलाके में भी गैरकानूनी शराब बनाने का धंदा करते हैं. पुलिस ने गुप्त जानकारी के आधार पर छापेमारी करते हुए बक्सर के नावानगर और सासाराम से सटे बॉर्डर से लगे इलाकों से उनकी गिरफ्तारी करने में कामयाबी हासिल की है.
Buxar Police: गैरकानूनी शराब धंदे के लिए सक्रिय था यह नेटवर्क
बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह के अनुसार पिछले दिनों उन्होंने पुलिस अधिकारियों के संग शराब से संबंधित एक समीक्षा बैठक की थी. जिसके पश्चात सभी की निगरानी करने का काम दिया गया था. दरअसल, इसी के पश्चात डुमरांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राज के नेतृत्व में जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि पहले शराब कारोबार से जुड़े कुछ लोग जेल से छूटने के पश्चात एक दफा दोबारा शराब के धंधे में लगे हुए हैं.
पुलिस ने इनके बारे में पहले जानकारी इखट्टा की और उसके बाद टीम गठन कर एक साथ छापेमारी कर सभी को मौके से रंगे हाथों पकड़ गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान पता चला कि गैरकानूनी शराब धंधे के लिए उनका एक अपना नेटवर्क एक्टिव था. जिसके मदद से यह गिरोह बॉर्डर से लगे राज्य से स्प्रिट लाकर शराब बनाते थे और सप्लाई करते थे.