Bondi Beach Shooting: सिडनी के बॉन्डी बीच पर आतंकी हमला, हनुक्का उत्सव के दौरान गोलीबारी में 12 की मौत, 29 घायल
सिडनी/नई दिल्ली: Bondi Beach Shooting: ऑस्ट्रेलिया का विश्व प्रसिद्ध बॉन्डी बीच (Bondi Beach) रविवार की शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। यहाँ यहूदी समुदाय के त्योहार ‘हनुक्का’ (Hanukkah) के जश्न के दौरान हुए एक आतंकी हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है और 29 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
न्यू साउथ वेल्स (NSW) पुलिस ने इसे औपचारिक रूप से “आतंकी घटना” (Terrorist Incident) घोषित किया है। पुलिस का कहना है कि यह हमला पूरी तरह से यहूदी विरोधी (antisemitic) मानसिकता से प्रेरित था और जानबूझकर ‘हनुक्का’ के जश्न को निशाना बनाया गया था।

घटना का विवरण
यह हमला स्थानीय समयानुसार शाम करीब 6:45 बजे हुआ। उस समय आर्चर पार्क (Archer Park) में सैकड़ों लोग “चानुक्का बाय द सी” (Chanukah by the Sea) कार्यक्रम के लिए जमा थे। चश्मदीदों के मुताबिक, काले रंग की टैक्टिकल ड्रेस पहने दो हमलावरों ने एक फुटब्रिज से भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।
मौतें: हमले में 12 लोगों की जान गई है, जिसमें पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारा गया एक हमलावर भी शामिल है।
घायल: 29 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें दो पुलिस अधिकारी और कई बच्चे शामिल हैं। कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
साहसी नागरिक ने बचाई कई जान
इस खौफनाक मंजर के बीच वीरता की एक मिसाल भी देखने को मिली। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और चश्मदीदों के अनुसार, वहां मौजूद एक निहत्थे व्यक्ति ने अदम्य साहस दिखाते हुए एक हमलावर को दबोच लिया और उसकी राइफल छीनने की कोशिश की। अधिकारियों का मानना है कि इस ‘हीरो’ की वजह से कई लोगों की जान बच गई।
हमलावर और जांच
पुलिस ने पुष्टि की है कि दो हमलावर शामिल थे-
एक को पुलिस ने मौके पर ही ढेर कर दिया।दूसरे को गंभीर हालत में गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच के दौरान पुलिस को हमलावरों से जुड़ी एक गाड़ी में विस्फोटक (IEDs) भी मिले हैं, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया है।
प्रधानमंत्री का बयान
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज (Anthony Albanese) ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “बुराई का कृत्य” बताया है। उन्होंने कहा, “हनुक्का के पहले दिन, जो खुशी का दिन होना चाहिए था, यहूदी ऑस्ट्रेलियाई समुदाय को निशाना बनाया गया। यह हमारे देश के दिल पर एक आतंकी वार है।”
यह 1996 के पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद ऑस्ट्रेलिया में हुई अब तक की सबसे घातक गोलीबारी मानी जा रही है। सिडनी और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और यहूदी संस्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।



