Ranchi: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता Pratul Shah Deo ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता के प्रेस वार्ता पर पलटवार करते हुए कहा की सीता स्वयं जी ने खुद पत्र में ये स्वीकार किया है कि पार्टी के भीतर उनको हमेशा अपमानित किया जाता रहा है।
विधायक सीता सोरेन का JMM से इस्तीफा…लंबे समय से नाराज चल रही थीं सीता सोरेन#SitaSoren #JMM #JharkhandPolitics @punjaahna27 pic.twitter.com/3CI80VpYUp
— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) March 19, 2024
बेटियों की हमेशा अनदेखी की जाती रही है: Pratul Shah Deo
उनकी और उनके बेटियों की हमेशा अनदेखी की जाती रही है। प्रतुल ने कहा वह भी तब हुआ जब सीता सोरेन जी झारखंड आंदोलनकारी स्वर्गीय दुर्गा सोरेन जी की पत्नी है और सोरेन परिवार की बड़ी बहू।
प्रतुल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में बड़ी बहू को मां का दर्जा प्राप्त होता है। लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपनी मां समान बड़ी बहू को ही अपमानित किया। प्रतुल ने कहा कि झामुमो के प्रवक्ता ने सीता सोरेन जी के द्वारा उठाए गए मुद्दों का कोई जवाब दिया। जवाब भी कैसे देंगे।कोई जवाब ही नहीं है।प्रतुल ने कहा कि सीता सोरेन जी सत्ताधारी गठबंधन में रहने के बावजूद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाया करती थी।झामुमो के शहंशाह को यह बात शुरू से पसंद नहीं आती थी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा चाटुकारों से घिरी हुई पार्टी हो गई है: Pratul Shah Deo
परिवार में भी जब हिस्सेदारी की बात होती थी तो श्रीमती सीता सोरेन और उनकी बेटियों को हमेशा नजरअंदाज किया जाता रहा।झारखंड मुक्ति मोर्चा चाटुकारों से घिरी हुई पार्टी हो गई है।
प्रतुल ने कहा कि आज सीता सोरेन जी के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने ट्विटर हैंडल से उनके लिए ‘घर का भेदी लंका ढाए’ जैसे अपमानजनक बातों को लिखकर अपनी असलियत दिखा दी।यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने स्वीकार कर लिया कि यहां रावण राज के समान परिस्थितियों हैं और पूरे प्रदेश में अधर्म का शासन है।
प्रतुल ने कहा ऐसे में तो किसी धर्म को मानने वाले विभीषण को अधर्म का प्रतीक बन गई लंका को नष्ट करने के लिए निकलना ही था।आखिरकार सीता जी अधर्म की लंका से एक बार फिर मुक्त हुई है।