रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने केंद्र सरकार के हालिया जीएसटी राहत के ऐलान को चुनावी दांव बताया है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा कि यह कदम जनता के हित में नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी मजबूरी है।
प्रेस बयान :
भाजपा का जीएसटी राहत ऐलान चुनावी हथकंडा, गब्बर सिंह टैक्स की वसूली का हिसाब दे मोदी सरकार :
भाजपा का राहत पैकेज जनता के लिए नहीं बल्कि चुनावी मजबूरी है।
◆ झामुमो का सवाल :
बिहार चुनाव से पहले ही क्यों दी गई राहत ? सात सालों से जनता पर क्यों थोपा गया गब्बर सिंह… pic.twitter.com/2aDebXZSXa— Vinod Kumar Pandey (@VinodPandeyJMM) September 4, 2025
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह राहत वास्तव में जरूरी थी, तो पिछले सात वर्षों से जनता पर तथाकथित ‘गब्बर सिंह टैक्स’ क्यों थोपा गया?
जनविरोधी नीतियों पर केंद्र को घेरा: JMM
विनोद पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने लगातार जनकल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती की है। उन्होंने मनरेगा, मिड डे मील, शिक्षा और खाद्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मदों में कटौती का जिक्र करते हुए कहा कि इसके विपरीत, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने अबुआ आवास, अबुआ स्वास्थ्य, सर्वजन पेंशन और मंईयां सम्मान जैसी लोकप्रिय योजनाएं लागू की हैं। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी चरम पर होने के बावजूद केंद्र नौकरियां देने में विफल रहा, जबकि झारखंड सरकार ने रोजगार सृजन पर गंभीरता से काम किया है।
‘हेट स्पीच’ और झूठे आरोप: JMM
विनोद पांडेय ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘हेट स्पीच’ को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेट स्पीच की शुरुआत भाजपा ने की, और उन्होंने 2014 से अब तक की गई कई आपत्तिजनक टिप्पणियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को माता-बहनों के अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों पर भी पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को झारखंड सरकार पर टिप्पणी करने से पहले केंद्र की जनविरोधी नीतियों का जवाब देना चाहिए।



