
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में तेजप्रताप यादव को लेकर उठे पारिवारिक और राजनीतिक भूचाल पर JDU ने खुलकर हमला बोला है।
पार्टी प्रवक्ता मनीष यादव ने लालू प्रसाद यादव पर तीखा तंज कसते हुए पूरे घटनाक्रम को “नाटक” बताया और सवाल उठाया कि तेजप्रताप को पार्टी से निकालना काफी नहीं है—क्या उन्हें संपत्ति से भी बेदखल करेंगे?
‘नाटक कर रहे हैं लालू यादव’: JDU प्रवक्ता मनीष यादव का तीखा हमला
JDU प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा:
“आदरणीय लालू यादव जी नाटक कर रहे हैं। पार्टी से निकालने से काम नहीं चलेगा। ये बताइये कि तेजप्रताप जी को संपत्ति से कब निकालेंगे?”
उन्होंने कहा कि यह सब एक सोची-समझी चाल भी हो सकती है, क्योंकि जब तेजप्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय को घर से निकाला गया था, तब किसी नैतिकता की बात नहीं की गई।
“जिस दिन स्वर्गीय दरोगा राय जी की पोती को घर से निकाला गया था, उस दिन नैतिकता कहां गई थी?”
JDU News: तेजस्वी यादव पर भी निशाना
मनीष यादव ने तेजस्वी यादव की योजनाओं को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे ‘माई बहिन मान योजना’ की बात करते हैं, लेकिन घर में महिलाओं को इज्जत नहीं दे रहे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता और खासकर यादव समाज इस पूरे घटनाक्रम को बारीकी से देख रहा है।
“तेजस्वी को इसका राजनीतिक परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।”
तेजप्रताप यादव की निष्कासन की पृष्ठभूमि
बता दें कि तेजप्रताप यादव का एक वीडियो उनकी कथित गर्लफ्रेंड के साथ वायरल हुआ था, जिसके बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। लालू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है… अतः उसे पार्टी और परिवार से बाहर करता हूं।”
क्या यह महज राजनीतिक प्रबंधन है?
विश्लेषकों का मानना है कि लालू यादव के इस कदम के पीछे केवल नैतिकता नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति भी छिपी हो सकती है। जेडीयू और बीजेपी इसे केवल “परिवार का दिखावा” करार दे रहे हैं और सवाल उठा रहे हैं कि अगर लालू वाकई सख्त हैं, तो संपत्ति जैसे मुद्दों पर भी फैसला लें।



